लखनऊ, 6 मई । उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में एक सनसनीखेज घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि एक किशोरी, जो गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची थी, के साथ थाना प्रभारी (एसओ) ने ही बलात्कार किया। यह कथित घटना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 6 मई को वायरल हुई, जिसके बाद विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर “जंगलराज” का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला। यह खबर अभी तक मुख्यधारा के समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं हुई है, और इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।X पर @INCUttarPradesh और @Ungli_In द्वारा साझा की गई पोस्ट्स के अनुसार, किशोरी गैंगरेप की शिकायत लेकर थाने गई थी, लेकिन वहां एसओ ने उसका शोषण किया। पोस्ट में दावा किया गया कि किशोरी चीखती रही, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, और सोशल मीडिया पर इसे पुलिस व्यवस्था की विफलता के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस ने इसे “हाहाकार राज्य” करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित हैं, जबकि सपा ने इसे “महाजंगलराज” का सबूत बताया।रायबरेली पुलिस ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिससे संदेह और आलोचना बढ़ रही है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग हो रही है। विपक्षी नेताओं ने मांग की है कि आरोपी एसओ को तत्काल निलंबित किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो।यह घटना रायबरेली में हाल के महीनों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती आपराधिक घटनाओं की कड़ी में एक और काला अध्याय जोड़ती है। इससे पहले, जिले में दलित युवती से चार साल तक बलात्कार और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का मामला भी चर्चा में रहा था। विपक्ष का कहना है कि योगी सरकार अपराध नियंत्रण में नाकाम रही है। इस घटना ने रायबरेली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं, और जनता के बीच डर और अविश्वास का माहौल पैदा कर दिया है।