HomeLIFE & STYLEमधुमेह रोगियों को मिल जाएगा इस खतरनाक बीमारी से छुटकारा, पढ़िए कैसे

मधुमेह रोगियों को मिल जाएगा इस खतरनाक बीमारी से छुटकारा, पढ़िए कैसे

(ज़की भारतीय)

लखनऊ, 2 अगस्त| भारत में अधिकतर हर परिवार में कोई न कोई व्यक्ति मधुमेह (शुगर) जैसे घातक बीमारी से पीड़ित है| इस जटिल बीमारी से जहाँ लोगो की याददाश्त पर असर पड़ रहा हैं वही इस बीमारी के कारण गुर्दे ख़राब होने लगते हैं और सेक्स पर भी प्रभाव पड़ता हैं| शुगर दो प्रकार की होती हैं | एक में शुगर मरीज मोटा होने लगता हैं, तो दूसरी में मरीज घुलने लगता हैं| बताते चले कि इस बीमारी से आखों कि रौशनी तक कम हो जाती हैं| हालाँकि अधिक शुगर बढ़ने के कारण मरीज डॉक्टर की सलाह पर इंसोलेन के इंजेक्शन लेने को बाध्य हो जाता हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी आता हैं जब वो इजेक्शन भी काम करना बंद कर देते हैं| ऐसे मरीजों को खान-पान, रहन-सहन में बदलाव करना पड़ता हैं| हालाँकि डॉक्टरों का कहना हैं कि इस बीमारी पर अकुंश लगाने के लिए बीमार को कम से कम 5 से 6 कि० मीटर टहलना चाहिए, मगर इस व्यस्त दुनिया में लोगो के पास समय ही नही जो वह प्राय: टहल सकें| आख़िरकार लोग इस बीमारी से नजात पाने के लिए इंसोलेन का ही इस्तेमाल करने लगते हैं| जो स्वस्थ के लिए हानिकारक हैं, क्योकि मधुमेह रोगियों को जहाँ दिल कि बीमारी का खतरा बढ़ जाता हैं तो वहीँ उनके गुर्दे ख़राब हो जाते हैं| इस कारण ये बीमारी मनुष्य के लिए प्राणघातक बन चुकी हैं| लेकिन आज हम जो इसकी दवा बताने जा रहे हैं वो ऐसा रामबाड हैं जो कई शुगर मरीजों ने अपनाया और आज वो इस बीमारी से नजात पा चुके हैं| वैसे तो हकीम, आयुर्वेदाचार्य और यूनानी डॉक्टर भी इस भयंकर बीमारी के लिए तरह-तरह कि दवाईया देते हैं लेकिन इस खतरनाक बीमारी से किसी भी मरीज को नजात दिलाने में कामयाब नहीं हो सके हैं| लेकिन जिस दवा को हम बताने जा रहे हैं वो यूँ तो कोई दवा नहीं बल्कि ‘जौ’ हैं| जी हां आप सोच रहे होंगे कि ‘जौ’ और दवा? तो आपको बताते चले कि हां ‘जौ’ शुगर की रामबाड दवा हैं| परन्तु इसके सेवन के लिए आपको स्वयं ‘जौ’ खरीदना हैं और पत्थर वाली चक्की में जब पिसवाना हैं तब उसमे गेहूं पीस चूका हो| क्योकि इसके शुद्ध आटे की रोटियां आपको खाना हैं, वो भी इस शर्त के साथ कि इस जौ की भूसी भी इसके आटे में पीस जाए| ध्यान तीन चीजों का रखना हैं| पहला- ये कि आपको गेहूं का आटा छोड़ देना हैं| दूसरा- चावल का परहेज करना हैं और तीसरा- आलू को सदा के लिए त्यागना हैं| साथ ही आप ‘जौ’ का सत्तू भी बनवाकर पी सकते हैं| इन तीन परहेजों के अतरिक्त कोई परहेज नहीं हैं आप बाकी कुछ भी खा और पी सकते हैं| ज़ाहिर हैं कि ये एक ऐसी दवा हैं जो आपको हानि तो किसी भी हल में नहीं पंहुचा सकती , लेकिन मधुमेह के साथ- साथ आपकी आखों कि रौशनी वापस कर देगी, कब्ज ख़त्म होगा, सेक्स को ठीक करेगा और शरीर में शक्ति पैदा करेगा| आप इस ख़बर को लोगो को शेयर करें ताकि हर मधुमेह रोगी को लाभ मिल सके|

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