नई शिक्षा नीति के तहत विदेशी भाषाओँ का भी दिया जाएगा ज्ञान
लखनऊ ,संवाददाता | यूपी बोर्ड अपने परीक्षा पैटर्न में बदलाव करने जा रहा है | परीक्षा में जहाँ 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे और इसे ओएमआर शीट पर लिया जाएगा वही विज्ञान व गृह विज्ञान में इसमें 50 फ़ीसदी प्रायोगिक गतिविधियों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे | इसके साथ ही छात्रों को अन्य भाषाओं का भी ज्ञान दिया जाएगा | यूपी बोर्ड के छात्र स्पेनिश ,फ्रेंच या जर्मन भाषा सीखेंगे, साथ ही उन्हें तमिल, कन्नड़ और तेलुगु भी सिखाई जाएगी | हर मंडल के जिला मुख्यालय के एक राजकीय इंटर कॉलेज से यह प्रयोग शुरू किया जाएगा | इसके अलावा हर सरकारी स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक का एक सेक्शन अंग्रेजी माध्यम का भी होगा |
नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित त्रिभाषा फार्मूला लागू किया जाएगा
त्रिभाषा सूत्र लागू करने के लिए माध्यमिक शिक्षा अधिनियम में संशोधन किया जाएगा | इसके तहत छात्रों को अन्य विदेशी भाषाओं के साथ आधुनिक भारतीय शास्त्रीय भाषाएं भी सिखाई जाएंगी | मंडल मुख्यालय वाले जिले के एक स्कूल में विदेशी भाषा सिखाने के लिए पार्ट टाइम टीचर रखा जाएगा | इसी तरह जिले के एक सरकारी माध्यमिक स्कूल में आधुनिक भारतीय भाषाएं सिखाई जाएंगी | हर मंडल मुख्यालय के स्कूल की लाइब्रेरी में राष्ट्रीय भाषाओं का साहित्य होगा | विकल्प के रूप में इन भाषाओं के अध्ययन के लिए ऑनलाइन माड्यूल की व्यवस्था की जाएगी ,इनमें हिंदी, मराठी, बंगाली और गुजराती के साथ ही कन्नड़, तमिल ,तेलुगु ,संस्कृत आदि के साहित्य शामिल किए जाएंगे |
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