किसान, बुलंदशहर और क़ानून व्यवस्था मामले पर विपक्षी दल कर सकते हैं हंगामा
लखनऊ (सवांददाता) कल से होने वाले उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को लेकर आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सर्वदलीय बैठक विधान भवन में सम्पन्न हुई | इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि सभी दलों में सत्र को बेहतर ढंग से चलाने में सहमति बनी है। विपक्ष के नेता के अस्वस्थ होने के कारण समाजवादी पार्टी के नेता इकबाल महमूद बैठक में मौजूद थे। वह इस सत्र में विपक्ष के नेता की भूमिका अदा करेंगे।
हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि आज सर्वदलीय बैठक में सभी दलों को बुलाया गया। इन सभी के साथ सदन की कार्यवाही सही से चलाने पर सहमति बनी। कार्यमंत्रणा समिति ने तय किया है कि 18 दिसंबर से जारी शीतकालीन सत्र 21 दिसंबर तक चलाया जाएगा।
हालाँकि सभी की सहमति बनने के बावजूद इस बार विपक्ष योगी आदित्यनाथ सरकार को कई मुद्दों पर घेरेने की तैयारी में है | सदन में विपक्षी पार्टियों ने सरकार को कानून-व्यवस्था और किसानों के मुद्दों पर घेरने की तैयारी भी कर ली है। सपा, बसपा और कांग्रेस ने आज ही अपने-अपने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। इसमें रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई । सत्र पहले की तरह संक्षिप्त होगा। इस बार सरकार की प्राथमिकता अनुपूरक बजट पास कराने की रहेंगी।
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के अहमद हसन ने कहा कि बुलंदशहर की घटना से साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश में अब तो कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। भाजपा से जुड़े संगठन ही माहौल खराब कर रहे हैं। किसानों की आय दोगुना करने का वादा भी झूठा निकला। न तो किसानों का धान खरीदा जा रहा है और न ही उन्हें गन्ने का मूल्य बढ़ाकर दिया जा रहा है। सपा शासन में शुरू हुईं भर्तियां भी अधर में लटकी हुई हैं। शिक्षक भर्ती परीक्षा में जिस तरह से कॉपियां जलाई गई हैं, उससे सरकार की पारदर्शी व्यवस्था के दावों की भी पोल खुल गई है। युवा रोजगार के लिए भटक रहा है। उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों को सदन में और बाहर प्रमुखता से उठाया जाएगा। इसके अलावा
बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने भी इन्ही मामलों को मुद्दा बनाने की बात कहीं है | उन्होंने बताया कि आज पार्टी कार्यालय पर विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई।