लखनऊ, 5 मई । लखनऊ में सचिवालय प्रशासन ने अनुभाग अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय को 25,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया। जानकारी के अनुसार, संतोष कुमार ने चिकित्सा प्रतिपूर्ति के एक मामले में एक कर्मचारी से रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी, जिसके बाद जाँच शुरू हुई। जांच में रिश्वत मांगने के सबूत मिलने पर तत्काल निलंबन की कार्रवाई की गई। यह मामला सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करता है। लोग मांग कर रहे हैं कि निलंबन के साथ-साथ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज हो, ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में पारदर्शी कार्रवाई करनी चाहिए।