लखनऊ, 5 जून । लखनऊ के मड़ेयगंज थाना क्षेत्र में एक महिला द्वारा तेज रफ्तार कार से भीड़ को रौंदने की घटना ने शहर में सनसनी फैला दी। यह हादसा शिया कॉलेज के पास हुआ, जहां रीता सिंह (35) द्वारा चलाई जा रही ब्रेजा कार अनियंत्रित होकर राहगीरों से टकरा गई। इस हादसे में रविंद्र यादव (40) की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के बाद कोर्ट में मुकदमा चल रहा था, और 5 जून 2025 को कोर्ट ने रीता को जमानत दे दी।पुलिस के अनुसार, रीता तेज रफ्तार से कार चला रही थी, जिसके कारण वह नियंत्रण खो बैठी। हादसे के समय सड़क पर कई लोग मौजूद थे, जो शिया कॉलेज के पास पैदल चल रहे थे। अनियंत्रित कार ने पहले रविंद्र को टक्कर मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घायल दो अन्य लोगों को तुरंत KGMU के ट्रॉमा सेंटर ले जाए गए, जहां उनकी हालत स्थिर है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद रीता ने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उसे घेर लिया और पुलिस को सौंप दिया।कोर्ट में सुनवाई के दौरान रीता के वकील ने तर्क दिया कि हादसा अनजाने में हुआ, और वह पीड़ितों के परिवार को मुआवजा देने को तैयार है। कोर्ट ने इस आधार पर जमानत मंजूर की, लेकिन जांच जारी है। इस घटना ने लखनऊ में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों ने तेज रफ्तार वाहनों पर सख्त कार्रवाई और ट्रैफिक नियमों को लागू करने की मांग की है।