लखनऊ (सवांददाता) अभी दो दिन पूर्व ही राममंदिर निर्माण को लेकर बाबा रामदेव ने भाजपा पर ज़बानी हमला किया था, लेकिन अयोध्या मामले पर आज बाबा रामदेव ने एक बार फिर अपने बयान में कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर जल्द ही कोई फैसला न लिया गया तो करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आघात पहुंचेगा और हिन्दुओं का भाजपा पर से भरोसा उठ जाएगा। समझ में ये बात नहीं आती है की आखिर अब साढ़े चार साल के बाद तमाम हिन्दू संगठनों को राममंदिर निर्माण की याद क्यों सताने लगी है | बाबा रामदेव का ये कहना कि अब भी मंदिर का निर्माण नहीं होगा तो कब होगा। इस बात से प्रतीत होता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार को बाबा रामदेव भी स्वीकार करने लगे है | उनका ये कहना बताता है कि भाजपा किसी अन्य मुद्दे पर नहीं बल्कि सिर्फ राममंदिर निर्माण के मुद्दे पर ही वापसी कर सकती है | इसका मतलब भाजपा सरकार द्धारा किये गए कामों की कोई हैसियत नहीं है | कल तक भाजपा की तारीफ करने वाले नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर खिचवाने वाले, रामदेव में अचानक ये तबदीली क्यों हुई है और भाजपा को बुरा क्यों कहने लगे, इसके पीछे कोई खास रहस्य अवश्य है |
बाबा रामदेव मंगलवार को हरिद्वार में शदाणी दरबार के पांच मंजिला भवन के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे| उसके बाद उन्होने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मंदिर निर्माण देश की अस्मिता से जुड़ा सवाल है और इसमें विलंब से हिंदुओं का धैर्य जवाब दे रहा है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द संसद में कानून पारित कर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करे।
इस अवसर पर रामदेव ने कहा कि पतंजलि योगपीठ का लक्ष्य देश को वर्ष 2045 तक विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक महाशक्ति बनाना है। उन्होंने कहाकि पतंजलि योगपीठ और उसके सभी प्रकल्प इसी उद्देश्य के साथ काम कर रहे हैं।