लखनऊ, 9 मई। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में नया मोड़ आया है। दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस जारी किया था, और आज सुबह इस मामले में एक नया दस्तावेज सामने आया है, जिसे ईडी ने अदालत में पेश किया। यह दस्तावेज कथित तौर पर यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड और नेशनल हेराल्ड के बीच वित्तीय लेनदेन से संबंधित है।ईडी का दावा है कि नए सबूतों में अनियमितताओं के संकेत हैं, जिसमें फंड के दुरुपयोग और टैक्स नियमों के उल्लंघन की बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, यह दस्तावेज एक बैंक स्टेटमेंट और कुछ ईमेल का हिस्सा है, जो यंग इंडियन के खातों में असामान्य लेनदेन को दर्शाता है। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा, “ईडी का यह कदम केंद्र सरकार के इशारे पर है, जिसका मकसद विपक्ष को कमजोर करना है।”भाजपा ने इस मामले को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा, “कांग्रेस नेतृत्व को जवाब देना होगा कि नेशनल हेराल्ड के नाम पर जनता के पैसे का दुरुपयोग क्यों किया गया।” अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 15 मई की तारीख तय की है, जिसमें ईडी को और सबूत पेश करने को कहा गया है।यह मामला लंबे समय से सुर्खियों में है, और नए दस्तावेज के सामने आने से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। जानकारों का मानना है कि यह जांच आगामी महीनों में और तेज हो सकती है।