लखनऊ ,संवाददाता । कोविशील्ड के दुष्परिणाम की खबर आते ही केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र अब बदल दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खूबसूरत तस्वीर को तत्काल प्रभाव से प्रमाण पत्र से हटा दिया गया है। इससे पहले हर प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी और वह कोरोना को ‘एक साथ मिलकर, भारत कोविड-19 को हरा देगा’ का संकल्प कराते भी नजर आते थे।
बताते चलें, कोरोना वैक्सीन की सप्लाई उसी कंपनी ने की थी जिसने भाजपा को 52.5 करोड़ का
चंदा दिया था।
गौरतलब है कि कोविशील्ड को एस्ट्राजेनेका के साथ लाइसेंसिंग समझौते के तहत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित किया गया था। भारत में बड़े पैमाने पर यह वैक्सीन लोगों को लगाई गई थी लेकिन इसके दुष्परिणाम की सोशल मीडिया तक चर्चा हो रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 के बीच इसका प्रभाव न पड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर प्रमाण पत्र से हटा ली गई है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के कारण ऐसा किया गया है। अब सवाल यह है कि आखिर जब यह आचार संहिता लागू की गई थी तब ही क्यों नहीं किया गया। दो चरण का चुनाव बीत गया इसके बाद यह कदम क्यों उठाया गया है ?