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असदउद्दीन ओवैसी ने रक्षा मंत्री के लोकसभा में दिए बयान को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर घिनौना मजाक बताया

लखनऊ,संवाददाता | भारत चीन बॉर्डर विवाद प्रकरण पर आल इंडिया मुस्लिम मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लोकसभा में दिए बयान को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर घिनौना मजाक बताते हुए अपने ने एक ट्वीट में लिखा कि रक्षा मंत्री का बयान बेहद कमजोर और अधूरा है | उन्होंने लिखा है कि अगर अनुमति मिलती तो उनसे पूछता कि रक्षा मंत्री यह क्यों नहीं कहते कि चीन ने हमारी करीब 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है | उस जमीन पर पहले भारतीय जवान गश्त करते थे| ओवैसे ने यह भी कहा कि आखिर अवैध कब्जे के लिए जिम्मेदार कौन है ? भारत चीन सीमा विवाद मुद्दे पर लोकसभा सांसद और मुस्लिम मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है | उन्होंने कहा कि सरकार को संसद में किसी भी तरह की जानकारी नहीं छुपानी चाहिए |
बताते चलें कि संसद के मानसून सत्र में भारत चीन के बीच सीमा विवाद मुद्दे पर लगातार बहस जारी है |रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में सरकार का पक्ष भी रख चुके हैं | हालांकि विपक्ष में प्रतिबद्धता जताई है कि वह इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ा है लेकिन कई सवाल ऐसे हैं कि विपक्ष जिनके जवाब सरकार से मांग रहा है | इसी क्रम में असदउद्दीन ओवैसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि चीन ने 1000 वर्ग किलोमीटर अंदर तक भारतीय अधिकार वाली जमीन पर कब्जा कर रखा है | 900 वर्ग किलोमीटर देपसांग में है, मगर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में अपने बयान में देपसांग का जिक्र नहीं किया |
ओवैसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को कोड करते हुए लिखा कि आपके लिए यह आसान नहीं होगा ,लेकिन वक्त आ गया है कि आप संसद में जानकारियां छिपाना बंद करें , आपकी सांसदों के प्रति जवाबदेही बनती है |
गौरतलब है कि वैसी भारत-चीन विवाद मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर होते जा रहे हैं |उन्होंने बीते गुरुवार को भी कहा था कि सरकार ने गलवान झड़प का बदला चीन से करीब 5000 करोड़ उधार लेकर किया है | ओवैसी ने ट्वीट में कहा की बीते 15 जून को चीन के सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए ,उनके साथ अन्याय पूर्ण और निर्मम व्यवहार हुआ ,चार दिनों बाद यानी 19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन से 5521 करोड़ रुपए उधार लेकर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया यह हमारे शहीद के बलिदान का अपमान है |

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