हाथरस रेप कांड की कोर्ट में अगली तारीख़ 2 नवंबर, पीड़ित परिवार की ये हैं तीन मांगें
लखनऊ,संवाददाता | उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने जहाँ प्रदेश की जनता को सकते में ला दिया वहीँ कांग्रेस सहित अन्य राजनितिक दलों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया | जबकि पीड़िता की मौत के बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी और उनको सख्त सजा दिए जाने को लेकर प्रदेश सरकार के विरुद्ध सियासी दल और आक्रामक हो गए थे | जिसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने गत एक अक्टूबर को हाथरस कांड का स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हाथरस को घटना के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए 12 अक्टूबर को अदालत में तलब किया था |
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में हाथरस कांड को लेकर आज सोमवार को हुई सुनवाई के बाद अदालत ने प्रकरण की अगली सुनवाई के लिए 2 नवंबर की तारीख तय की है | न्यायमूर्ति पंकज मित्तल और न्यायमूर्ति राजन रॉय की पीठ ने दोपहर बाद मामले की सुनवाई शुरू की | हाथरस मामले में जान गंवाने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की के माता-पिता समेत पांच परिजन कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार सुबह छह बजे हाथरस से लखनऊ रवाना हुए और दोपहर बाद अदालत परिसर पहुंचे |
पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा ने बताया कि परिवार ने 3 मांगें की है | जिसमे पहली मांग ये कि सीबीआई की रिपोर्ट को गोपनीय रखा जाए | दूसरी ये कि मामला यूपी से बाहर ट्रांसफर किया जाए और तीसरी मांग यह कि मामला जब तक पूरी तरह से खत्म नहीं होता तब तक परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए |
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