लखनऊ, संवाददाता । हज़रत पैगंबर मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही वसल्लम की इकलौती बेटी हज़रत फातिमा ज़हरा सअ की शहादत के सिलसिले में जहां इमामबाड़ों ,मस्जिदों और करबलाओं में मजलिसों का सिलसिला जारी है वहीं मोमेनिन अपने घरों में भी इस गम के मौके पर मजलिसों का इनऐकाद करके शहजादी ए कौनैन की शहादात का पुरसा पेश कर रहे हैं। हर साल की तरह इस साल भी मौलाना बिलाल काज़मी साहब की जानिब से मुफ्तिगंज चौराहे पर वाकेह उनकी रिहाइश गाह पर 18 और 19 दिसंबर को दोपहर दो बजे मजलिसों का इनऐकाद होगा। 18 दिसंबर को दोपहर दो बजे पहली मजलिस को मौलाना कर्रार हैदर मौलाई साहब खिताब फरमाएंगे । जबकि 19 दिसंबर को दो बजे दूसरी मजलिस को मौलाना मीसम ज़ैदी साहब किबला खिताब फरमाएंगे।
मजलिसों का अगाज़ जहां तिलावते कलामे पाक से होगा वहीं बदहू तिलावते कलामे पाक शोअराए कराम बारगाहे शहजादिए कौनैन सअ में मंज़ूम नज़रानए अकीदत पेश फरमाएंगे।
बादे खत्मे मजलिस अंजुमन हाए मातमी दस्ते बरगाहे शहजादी ए कौनैन स.अ में नौहा ख्वानी व सीना ज़नी पेश करेंगे।
तमाम मोमेनीन से मौलाना बिलाल काज़मी, शायरे अहलेबैत मीसम काज़मी,अली काज़मी, मोहम्मद रज़ा काज़मी,अब्बास काज़मी और अली यूसुफ काज़मी ने मजलिसों में शिरकत की गुज़ारिश की है।
मजलिसे अज़ा – ए – फातिमिया के उनवान से होगी करबला अज़मतुद्दौला बहादर में मजलिस
लखनऊ,संवाददाता। 17 दिसम्बर इतवार को एक बजे दिन में अज़ादरे हुसैन की जानिब से
करबला अज़मतुद्दौला बहादर,मेहदीगंज में मजलिस का इनएकाद किया गया है। मजलिस का आगाज़ तिलवाते कलामे पाक से मौलाना मेंहदी साहब करेंगे ,जिसके फौरन बाद मौलाना सय्यद सिब्ते हैदर ज़ैदी साहब मजलिस को खिताब फरमाएंगे।
मजलिस के बाद अंजुमन हाए मातमी नोहा ख्वानी वा सीनाज़नी करेगी।