ज़की भारतीय
लखनऊ (संवाददाता)अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार के दौरान खु द को स्टार प्रचारक के रूप में सीमित रखने वाली प्रयिंका गाँधी के पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाए जाने से जहाँ राजनीती के पारे में उछाल आ गया है वहीँ भाजपा की बांछें खिल गई होंगी| प्रियंका गांधी वाड्रा ने अबतक सक्रिय राजनीति में कदम नहीं रक्खा था लेकिन उन्होंने आज सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में अहम जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है । प्रियंका को कांग्रेस में अहम पद दिये जाने की आवाज़ तो कांग्रेसी कार्यकर्ता पहले से उठाते आए हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबंधन होने और उसमें कांग्रेस को शामिल ना किये जाने के बाद उभरे समीकरणों को शायद प्रियंका ने गम्भीता से लेते हुए इस पद पर अपनी मोहर लगा दी है | वैसे तो उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन ने भाजपा की नींदें हराम कर दी थीं लेकिन अब लोकसभा चुनाव में सपा -बसपा और कांग्रेस से कहीं अधिक लाभ भाजपा को मिलेगा क्योंकि प्रयिंका के आने से कांग्रेस के मरे हुए जिस्म में पुनः रूह आ जाएगी और मतों का जमकर धुर्वीकरण हो जाएगा जिसका सीधा लाभ भाजपा को मिलेगा | हालाँकि मोदी लहर में कांग्रेस को भाजपा से पिछले लोकसभा और विधान सभा चुनाव में करारी हार मिली थी। लेकिन ये मान भी लिया जाए कि इस बार 5 राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव में से 3 राज्यों में आज कांग्रेस की सरकार है और भाजपा की छवि पर असर पड़ा है लेकिन उत्तर प्रदेश में अब आगामी लोकसभा चुनाव में मुक़ाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है | ऐसे में कांग्रेस के मज़बूत होने से भाजपा को लाभ होना स्वाभाविक है | पूर्वी उत्तर प्रदेश में रायबरेली, अमेठी, बाराबंकी,गोंडा, कुशीनगर, फैजाबाद, बहराइच, श्रावस्ती, डुमरियागंज,उन्नाव, महराजगंज, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, इटावा, कन्नौज, कानपुर और अकबरपुर लोकसभा सीटें प्रमुख हैं। वर्ष 2009 में कांग्रेस ने ये सभी सीटें जीती थीं, जबकि इस वक्त रायबरेली और अमेठी को छोड़कर बाकी सभी सीटें भाजपा के पास हैं | आज मोदी की लहर कम है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि भाजपा को 2019 में सरकार बनाने से इस तरह से रोका जा सकता है | आज पूरे भारत में अगर भाजपा से कोई दल मुक़ाबला कर सकता है तो वो सिर्फ कांग्रेस है |क्षेत्रीय दलों से कांग्रेस अभी से गठबंधन कर रही है जो भाजपा के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं ,लेकिन उत्तर प्रदेश में अगर सपा, बसपा और कांग्रेस के मतों का ध्रुवीकरण हुआ तो अभी से ये तय है कि भाजपा को 2019 में केंद्र सरकार बनाने से कोई ताक़त नहीं रोक सकती |
हालाँकि राहुल गांधी ने कहा है कि प्रियंका के आने से उत्तर प्रदेश में एक नये तरीके की सोच आएगी और राजनीति में सकारात्मक बदलाव आएगा।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिशन दिया है कि वे राज्य में कांग्रेस की सच्ची विचारधारा, गरीबों और कमजोर लोगों की विचारधारा, सबको साथ लेकर बढने की विचारधारा को आगे बढ़ाएं । इस फैसले से उत्तर प्रदेश में नए तरीके की सोच आएगी और राजनीति में सकारात्मक बदलाव आएगा।राहुल ने अपने हिसाब से सही कहा है ,लेकिन शायद वो भूल गए कि प्रयिंका के आने के बाद अगर कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मज़बूत होती है तो ये कांग्रेस की मज़बूती नहीं ,भाजपा कि मज़बूती होगी |