लखनऊ,4 जून। लखनऊ विश्वविद्यालय में आज सैकड़ों छात्रों ने परीक्षा परिणामों में देरी और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय के मुख्य गेट और प्रशासनिक भवन के सामने हुआ, जहां छात्रों ने नारेबाजी की और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की।
जानकारी के अनुसार, छात्रों का कहना है कि स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के परिणाम कई महीनों से लंबित हैं, जिससे उनकी आगे की पढ़ाई और नौकरी की संभावनाएं प्रभावित हो रही हैं।प्रदर्शन की शुरुआत सुबह 8:00 बजे के आसपास हुई, जब छात्र संगठनों, विशेष रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के नेतृत्व में छात्र विश्वविद्यालय परिसर में एकत्र हुए। उन्होंने “परिणाम दो, भविष्य बचाओ” और “प्रशासन जागो” जैसे नारे लगाए। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिणामों की घोषणा के लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं दी है, और बार-बार अनुरोध के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कुछ छात्रों ने यह भी बताया कि तकनीकी खामियों के कारण ऑनलाइन पोर्टल पर परिणाम अपलोड नहीं हो रहे, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है।प्रदर्शन के दौरान, छात्रों ने कुलपति कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और विश्वविद्यालय सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोका। इस दौरान हल्की झड़प की खबरें भी सामने आईं, लेकिन कोई बड़ा हिंसक घटनाक्रम नहीं हुआ। स्थानीय पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया। प्रदर्शन में शामिल एक छात्र नेता, राहुल सिंह, ने X पर पोस्ट किया कि “विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। हम तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक परिणाम घोषित नहीं होते।”विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले पर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि तकनीकी समस्याओं के कारण परिणामों में देरी हुई है, और जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा। प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि, छात्रों का कहना है कि यह बयान केवल समय टालने की कोशिश है। इस प्रदर्शन ने लखनऊ में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।