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सेंट्रल बार सिविल कोर्ट के चुनाव में समाज सेवा के प्रतीक आकाश यादव ने रखा क़दम

लखनऊ,10 अप्रैल। समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुके अधिवक्ता आकाश यादव अब सेंट्रल बार सिविल कोर्ट के चुनाव में कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए मैदान में उतर आए हैं। डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर के निवासी आकाश यादव लंबे समय से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हुए हैं, और अब उनके मित्रों और समर्थकों ने उनकी इस निस्वार्थ भावना को देखते हुए उन्हें कोर्ट के चुनाव में उतारने का फैसला किया है।

आकाश यादव का जीवन सुबह की पहली किरण के साथ ही दूसरों की भलाई के लिए समर्पित हो जाता है। चाहे किसी गरीब बेटी की शादी में सहयोग करना हो या किसी असहाय मरीज के इलाज के लिए दिन-रात एक कर देना, आकाश ने हमेशा मानवता की सेवा को अपना परम कर्तव्य माना है। उनकी खासियत यह है कि वह अपने नेक कार्यों का ढिंढोरा नहीं पीटते। जहां कुछ लोग सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालकर खुद की छवि चमकाने में लगे रहते हैं, वहीं आकाश चुपचाप सेवा के मार्ग पर चलते हैं। उनकी यह सादगी और समर्पण ही उन्हें समाज में चर्चित बनाती है।
सेंट्रल बार सिविल कोर्ट के इस चुनाव में आकाश यादव के दोस्तों और सहयोगी अधिवक्ताओं ने उनकी मदद करने की प्रवृत्ति को देखते हुए उन्हें एक नई जिम्मेदारी सौंपने की ठानी। अधिवक्ताओं की समस्याओं को लेकर हमेशा मुखर रहने वाले आकाश हर मुश्किल में अपने साथियों के लिए ढाल बनकर खड़े होते हैं। यही वजह है कि उनके मित्रों का मानना है कि यदि वह कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य के पद पर विजयी होते हैं, तो अधिवक्ताओं की परेशानियों को न केवल मजबूती से उठाया जाएगा, बल्कि उनके समाधान के लिए प्रभावी कदम भी उठाए जाएंगे।
चुनाव की तैयारियों में जुटे उनके समर्थकों का उत्साह देखते ही बनता है। अधिवक्ताओं का एक बड़ा वर्ग आकाश यादव के पक्ष में गोलबंद हो गया है। उनके मित्रों और शुभचिंतकों ने भरपूर मतों से उन्हें विजयी बनाने के लिए कमर कस ली है। समर्थकों का कहना है कि आकाश की जीत निश्चित है, क्योंकि उनकी सेवा और समर्पण की भावना ने पहले ही लोगों का दिल जीत लिया है।
सेंट्रल बार सिविल कोर्ट के इस चुनाव में आकाश यादव का उतरना न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे अधिवक्ता समुदाय के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह समाजसेवी अधिवक्ता कोर्ट की राजनीति में भी अपनी छाप छोड़ पाएंगे।

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