लखनऊ, 15 अक्टूबर । रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से चल रहा युद्ध अपने तीसरे वर्ष में है, और कोई स्थायी समझौता नहीं हो सका। मंगलवार को रूसी सेना ने डोनेट्स्क क्षेत्र के ओलेक्सीवका और नोवोपावलिव्का गांवों से यूक्रेनी बलों को खदेड़कर रणनीतिक बढ़त हासिल की।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा कि पश्चिमी मीडिया ड्रोन हमलों पर फर्जी खबरें फैला रहा है, और मॉस्को जल्द ही फर्जी प्रचार पर एक अंतरराष्ट्रीय फोरम आयोजित करेगा। यूक्रेन ने कुपियान्स्क और पॉक्रोव्स्क में जवाबी हमले किए, जिससे रूस को भारी नुकसान हुआ। अब तक रूस के 1,125,150 सैनिक हताहत हुए, जबकि यूक्रेन ने 178 वर्ग किमी क्षेत्र वापस लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में पुतिन से अलास्का में मुलाकात की और एक शांति योजना पेश की, जिसमें युद्धविराम और सीमित हथियार आपूर्ति शामिल है। यह पहल अमेरिका की उस छवि को तोड़ रही है, जिसमें उसे युद्ध भड़काने और आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगता था। ट्रंप ने यूक्रेन को टोमाहॉक मिसाइलें देने से इनकार कर दिया, जिसे निष्पक्षता का कदम माना जा रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप की मध्यस्थता की सराहना की, लेकिन पुतिन ने इसे ‘एस्केलेशन’ बताया। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की शांति पहल से युद्ध समाप्त हो सकता है, लेकिन रूस की रणनीतिक प्रगति और यूक्रेन का प्रतिरोध इसे लंबा खींच रहा है।



