हरदोई (संवाददाता)। कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र इस वर्ष मोहर्रम के आयोजनों पर ग्रहण लग गया था | हालाँकि भारत में जहाँ कोरोना का क़हर कम था या न्याययालय द्वारा कुछ शर्तों के साथ अशरे के जुलुस बरामद हुए, उनको छोड़कर कहीं भी बड़ी मजलिसें ,घरों के ताज़िये वगैरह नहीं निकल सके | ठीक इसी तरह हरदोई ज़िले के बिलग्राम में भी कोई जुलुस ,मजलिसें और ताज़ियों को 10 मुहर्रम को नहीं निकाला जा सका | यही नहीं बड़े इमाम बाड़े में रखे ताजियों की जियारते भी कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए करवाई गई थी | शिया समुदाय के लोगों ने इमामबाड़ा और कर्बला में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए 5 लोगो के साथ मजलिस व मातम किया था | मुहर्रम को शांति पूर्वक संपन्न कराए जाने पर बुधवार को शादाब जैदी के निवास पर युवाओं ने सम्मान समारोह का आयोजन किया | जिसमे बिलग्राम कोतवाल अमरजीत सिंह को उनकी ड्यूटी के प्रति कर्तव्य को सही से निभाए जाने पर स्वागत किया गया | मोहर्रम से संबंधित और भी सभी धार्मिक त्योहारों के प्रति पुलिस प्रशासन चुस्त- दुरुस्त रहा | यही नहीं पुलिस प्रशासन ने शिया संप्रदाय का पूरा सहयोग किया जिसके परिणाम स्वरुप शिया संप्रदाय ने भी प्रशासन का सहयोग किया | सम्मान समारोह में हैदर अब्बास जैदी (पत्रकार) लखनऊ, तालिब अब्बास जैदी (छायाकार) मीडिया प्रभारी लखनऊ, सांसद अशोक बाजपेई, असगर अब्बास जैदी ,फजल अब्बास जैदी, मोहम्मद मियां, सरवर अब्बास जैदी, आसिफ रजा जैदी, एमआर कासिम अनवर, अमान रजा, सफदर हसन, अख्तर अब्बास (पप्पू), इरफान हैदर (गोल्डन) सफदर अब्बास जैदी, जीशान हैदर सहित कई संभ्रांत लोग उपस्थित थे |