लखनऊ,8 मई । पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वैध वीजा रद्द कर दिए। इस कदम को भारत-पाकिस्तान तनाव में वृद्धि का संकेत माना जा रहा है,खासकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, जिसमें भारतीय सेना ने PoK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए।विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए लिया गया।सीमा पर सघन जाँच और हाई अलर्ट जारी है। इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर गहरा असर पड़ा है।इस बीच, इज़रायल ने भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते अपने नागरिकों के लिए भारत यात्रा चेतावनी जारी की। इज़रायल ने इसे “संभावित खतरे” का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इस चेतावनी ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी, क्योंकि भारत एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य है। संयुक्त राष्ट्र ने भी दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। इसी दौरान, गाजा में इज़रायली हमलों ने भारी तबाही मचाई। 7 मई को स्कूलों और रिहायशी इलाकों पर हवाई हमले में 48 लोग मारे गए। गाजा में बिजली, पानी और चिकित्सा सुविधाएँ ठप हैं।
हमास ने इसे “युद्ध अपराध” बताया
इज़रायल ने इसे “आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई” करार दिया जबकि हमास ने इसे “युद्ध अपराध” बताया, इन हमलों ने मध्य पूर्व में शांति वार्ताओं को और जटिल कर दिया। भारत ने गाजा में मानवीय सहायता की वकालत की, लेकिन क्षेत्रीय तनाव के चलते उसकी कूटनीतिक स्थिति नाजुक बनी हुई है।पाकिस्तान ने भारत के वीजा फैसले को “उकसावे” की कार्रवाई बताया और जवाबी कदम उठाने की धमकी दी। वैश्विक समुदाय अब दोनों देशों पर नज़र रखे हुए है, क्योंकि यह तनाव क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।