लखनऊ,9 मई। जम्मू-कश्मीर के अखनूर और पुंछ सेक्टरों में रात 2:30 बजे के आसपास ड्रोन गतिविधियां देखी गईं। ये ड्रोन नई तकनीक वाले थे, जिनमें नाइट-विजन और कम ऊंचाई पर उड़ान की क्षमता थी।भारतीय सेना ने इन ड्रोनों को तुरंत निशाना बनाया। एक ड्रोन का मलबा अखनूर के पास बरामद हुआ, जिसमें चीनी निर्मित बैटरी और उपकरण मिले, जिससे पाकिस्तान के ड्रोन आपूर्ति नेटवर्क पर सवाल उठे।
जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान ने इन ड्रोनों को तुर्की से प्राप्त तकनीक के आधार पर अपग्रेड किया था, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। पुंछ (बालाकोट सेक्टर), राजौरी, और कुपवाड़ा में रात 1:00 बजे से 4:00 बजे तक छिटपुट गोलीबारी हुई।
नया पहलू: पाकिस्तानी चौकियों से स्नाइपर राइफल्स का इस्तेमाल किया गया, जो पहले के हमलों में कम देखा गया था। भारतीय सेना ने इन स्नाइपर्स को निष्प्रभावी करने के लिए थर्मल इमेजिंग डिवाइस का उपयोग किया।
बालाकोट सेक्टर में एक गांव में गोलीबारी से मवेशियों को नुकसान पहुंचा, लेकिन कोई मानवीय क्षति की खबर नहीं। पाकिस्तान ने नई रणनीति अपनाते हुए X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार तेज किया है। कुछ X पोस्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय सेना ने LoC पर “नागरिक ठिकानों” को निशाना बनाया, लेकिन ये दावे बिना सबूत के थे।
साइबर हमला: भारतीय सैन्य संचार नेटवर्क पर साइबर हमले की कोशिश की गई, जिसे भारतीय साइबर डिफेंस यूनिट ने नाकाम कर दिया। यह जानकारी एक ताजा वेब अपडेट से मिली। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हमलों का त्वरित जवाब दिया।
एंटी-ड्रोन ऑपरेशन:विवरण: अखनूर और पुंछ में ड्रोन हमलों को नाकाम करने के लिए भारतीय सेना ने लेजर-बेस्ड एंटी-ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल किया। X पर एक सैन्य विश्लेषक ने दावा किया कि यह सिस्टम हाल ही में DRDO द्वारा विकसित किया गया था।
सभी ड्रोन नष्ट
मलबे की जांच से पता चला कि इनमें विस्फोटक सामग्री थी, जिसका मकसद छोटे सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाना था।
LoC पर जवाबी गोलीबारी:स्थान: बालाकोट, राजौरी, और कुपवाड़ा में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी चौकियों पर सटीक गोलीबारी की। X पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि एक पाकिस्तानी बंकर नष्ट हुआ, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई।
भारतीय सेना ने स्मार्ट मोर्टार गोलों का उपयोग किया, जो GPS-गाइडेड हैं और सटीक निशाना लगाते हैं।
भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैन्य संचार को जाम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) उपकरणों का इस्तेमाल किया। X पर एक उपयोगकर्ता ने दावा किया कि इससे पाकिस्तानी चौकियों के बीच समन्वय प्रभावित हुआ।
पाकिस्तानी सैन्य संचार में अस्थायी रुकावट की खबरें, लेकिन कोई आधिकारिक बयान नहीं। बालाकोट सेक्टर में मवेशियों को नुकसान के अलावा कोई मानवीय क्षति की खबर नहीं। यह जानकारी स्थानीय स्रोतों से प्राप्त हुई है ।
सैन्य नुकसान: ड्रोन हमले नाकाम होने से कोई सैन्य नुकसान नहीं। एक जवान के मामूली रूप से घायल होने की अपुष्ट खबर X पर सामने आई, लेकिन सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की।
साइबर हमले को नाकाम करने से कोई डेटा उल्लंघन नहीं हुआ। स्नाइपर हमले में एक पाकिस्तानी सैनिक के घायल होने का दावा X पर किया गया, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं,लेकिन इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर से पाकिस्तानी चौकियों के संचार नेटवर्क को अस्थायी नुकसान हुआ है।
भारत की ताजा रणनीति
भारतीय सेना ने LoC पर अतिरिक्त ड्रोन निगरानी डिवाइस तैनात किए। X पर एक पोस्ट में दावा किया गया कि ये डिवाइस AI-आधारित हैं और रीयल-टाइम थ्रेट डिटेक्शन में सक्षम हैं। साइबर हमलों के जवाब में भारत ने अपनी साइबर सुरक्षा प्रणालियों को और मजबूत किया। एक ताजा वेब अपडेट के अनुसार, DRDO की एक नई साइबर डिफेंस यूनिट सक्रिय की गई है।
कूटनीति: भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर पाकिस्तान के ड्रोन और साइबर हमलों के सबूत साझा करने की तैयारी शुरू की। यह जानकारी एक ताजा स्रोत से मिली।
पाकिस्तान की स्थिति
पाकिस्तान ने X पर भारत के खिलाफ प्रचार बढ़ाया, जिसमें भारतीय सेना पर “आक्रामकता” का आरोप लगाया गया। इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और ड्रोन हमलों की विफलता से पाकिस्तानी सेना के मनोबल पर असर पड़ा। X पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि पाकिस्तानी सैनिकों में भ्रम की स्थिति थी।
आतंकी गतिविधियां
LoC के पास आतंकी लॉन्च पैड्स को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन कुछ नए आतंकी समूहों की गतिविधियां X पर रिपोर्ट की गईं। भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान ने ड्रोन, स्नाइपर, और साइबर हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने लेजर-बेस्ड एंटी-ड्रोन सिस्टम, स्मार्ट मोर्टार, और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के जरिए इन हमलों को नाकाम कर दिया। भारत में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, जबकि पाकिस्तान को संचार और सैन्य समन्वय में नुकसान उठाना पड़ा। भारत ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी उकसाने वाली प्रक्रिया का जवाब कड़ाई से देगा। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और आगे की घटनाएं दोनों देशों की रणनीतियों पर निर्भर करेंगी।