लखनऊ, 5 जून । पाकिस्तान के सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच आज बहराम चह क्षेत्र में फिर से एक भीषण मुठभेड़ हुई, जिसने क्षेत्रीय अशांति को और गहरा कर दिया है। यह मुठभेड़ अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित बहराम चह में हुई, जो आतंकवादी गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। सूत्रों के अनुसार, इस मुठभेड़ में कई हताहत हुए, हालाँकि अभी सटीक आँकड़े उपलब्ध नहीं हैं।पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि यह ऑपरेशन तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए शुरू किया गया था, जो क्षेत्र में अस्थिरता फैला रहे हैं। दूसरी ओर, तालिबान ने जवाबी कार्रवाई की और इसे पाकिस्तान की आक्रामक नीति का परिणाम बताया। यह मुठभेड़ उस समय हुई जब भारत सहित कई देश पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक नीतियों की आलोचना कर रहे हैं।लखनऊ में रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुठभेड़ दक्षिण एशिया में सुरक्षा चुनौतियों को उजागर करती है। भारत के लिए यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्रीय स्थिरता और सीमा सुरक्षा से जुड़ी है। पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है कि वह अपनी धरती पर आतंकवादी गतिविधियों को रोके। यह मुठभेड़ क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा सकती है।