लखनऊ (सवांददाता) पिछले दिनों लखनऊ में हुई मूसलाधार बारिश में जहां कई जर्जर मकानों को गिरा दिया था वही इन हादसों में कई लोगों की जाने भी गईं थी| भाजपा मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने अपने दिए बयान में कहा था कि उनकी सरकार मृतकों के परिजनों और घायल लोगों की सहायता करेगी| लेकिन किसी भी तरह की सरकार द्वारा लोगों की सहायता नहीं की गई| बताते चलें कि पुराने लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला पुलिस चौकी के निकट गिरे एक मकान में एक निर्धन परिवार का 16 वर्षीय युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया था, जिसके उपचार में उसके माता-पिता ने लगभग 40 हज़ार रूपए लोगों से उधर लेकर उसकी किसी तरह से जान तो बचा ली लेकिन उसका इलाज आज भी जारी है| उसके माता-पिता को आशा थी कि सरकार की ओर से सहायता की जाएगी लेकिन रीता बहुगुणा जोशी का आश्वासन सिर्फ हवाहवाई निकला| गौरतलब है कि नगर निगम जर्जर मकानों को गिरवाने में नाकाम है, जिसके कारण आज हजरतगंज इलाके में शाम करीब आठ बजे एक चार मंजिला मकान अचानक गिर गया। इमारत के आसपास खड़े करीब एक दर्जन वाहन दब कर क्षतिग्रस्त हो गए। हालाँकि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है | मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को वहां से दूर किया | जानकारी के अनुसार अशोक मार्ग पर स्थित तलवार पेट्रोल पंप के सामने जर्जर नारंग बिल्डिंग है। इस बिल्डिंग पर भी नगर निगम की नज़र नहीं पड़ी वरना इसे अगर पहले से गिरवा दिया गया होता तो आज किसी का माली नुकसान भी नहीं होता| इसे इत्तेफ़ाक़ कहिये कि जब ये जर्जर मकान गिरा तब लोगों का आवागमन नहीं हुआ था| इस हादसे से इलाके में भगदड़ मच गई। लोग सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। बिल्डिंग के आसपास खड़े करीब एक दर्जन वाहन मलबे के नीचे दब कर क्षतिग्रस्त हो गए|