तब्लीगी जमाअत को लेकर महमूद मदनी का बड़ा बयान
लखनऊ, संवाददाता। मुंबई हाईकोर्ट की औरंगाबाद डिवीजन बेंच के फैसले के बाद जमीयत उलमाए हिंद नें सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मौलाना अरशद मदनी के बाद राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जमात के विरुद्ध देशभर में दर्ज मुकदमों को तत्काल वापस लिया जाए । इसके साथ ही जमीअतुल के लोगों के साथ जेलों में हुए अत्याचार का उचित मुआवजा दिया जाए ।मौलाना महमूद मदनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि बांबे हाईकोर्ट की औरंगाबाद डिवीजन बेंच के तबलीगी जमात को लेकर दिए गए फैसले का स्वागत करते हैं । उन्होंने इस फैसले को लेकर सरकारों के लिए सीख लेने वाला बताया ।उन्होंने कहा कि जस्टिस टीवी नालावडे और जस्टिस एन जीसेव की बेंच का फैसला ऐसा पारदर्शी दर्पण है जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें अपना व्यक्तित्व चेहरा देख सकती हैं । कोर्ट ने फैसले में जिन तथ्यों पर प्रकाश डाला है उनसे सांप्रदायिकता धर्मांधता और तानाशाही की हार हुई है ।मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि अदालत के फैसले ने ना सिर्फ सरकार को जागरुक करने का कार्य किया है बल्कि देश के सम्मान संविधान उसकी प्रतिष्ठा और उसकी महान परंपरा के प्रति इसके अनुत्तरदाई व्यवहार पर भी चेतावनी दी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि खासतौर पर यूपी की सरकार को इससे सीख हासिल करनी चाहिए जिसका व्यवहार अत्याधिक गलत और बदले की भावना पर आधारित रहा है ।
Post Views: 821