
इंसान की शक्ल में देवता हैं विश्वास स्वरूप अग्रवाल
लखनऊ, 6 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के प्रख्यात उद्योगपति और समाजसेवी विश्वास स्वरूप अग्रवाल ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और मानवता के प्रति समर्पण से समाज को प्रेरित किया है। जहां इस संसार में लोग अक्सर अपने परिवार और निजी हितों में उलझे रहते हैं, वहीं विश्वास स्वरूप ने साबित किया है कि सच्ची पूंजी वह है, जो दूसरों के जीवन में रोशनी लाए। हाल ही में उन्होंने छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार पाण्डेय के कैंसर उपचार के लिए ₹4 लाख की तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की, जिससे वाराणसी के टाटा मेमोरियल इंस्टीट्यूट में उनका सफल ऑपरेशन संभव हो सका। यह मदद न केवल एक व्यक्ति की जिंदगी को बचाने का प्रयास है, बल्कि एक ऐसी मिसाल है, जो समाज में मानवता की नई उम्मीद जगाती है।
कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए समाज में अक्सर लोग हिचकते हैं। अमूमन यह धारणा रहती है कि कैंसर पीड़ितों का इलाज महंगा और अनिश्चित होता है, जिसके चलते कई लोग मदद से कतराते हैं। लेकिन विश्वास स्वरूप अग्रवाल ने इस मिथक को तोड़ते हुए न केवल आर्थिक सहायता दी, बल्कि यह भी दिखाया कि संवेदनशीलता और साहस के साथ किसी की जिंदगी को बचाने का प्रयास कितना मूल्यवान हो सकता है। उनकी यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणा है कि मानवता के प्रति छोटा सा कदम भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
विश्वास स्वरूप अग्रवाल का समाजसेवा का सफर यहीं तक सीमित नहीं है। वह लंबे समय से स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल के आग्रह पर उन्होंने ₹35 लाख की लागत से शहर के पांच पार्कों में ओपन जिम स्थापित कराए। इन जिमों ने बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में फिटनेस के प्रति नई जागरूकता पैदा की है। इसके अलावा, उन्होंने केजीएमयू के ब्लड बैंक के लिए ₹70 लाख की सहायता प्रदान की, जिससे गंभीर मरीजों को रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित हुई।
अयोध्या धाम के मिल्कीपुर क्षेत्र में उनकी पहल पर ₹8 लाख की लागत से 25 सोलर लाइटें लगाई गईं, जिससे वहां की गलियां अब रोशनी से जगमगा रही हैं। इस कदम ने न केवल रात के समय सुरक्षा को बढ़ाया, बल्कि अंधेरे में होने वाले अपराधों पर भी अंकुश लगाया। हाल ही में, उन्होंने लखनऊ के लोकबंधु हॉस्पिटल (एलडीए कॉलोनी) को इको 2डी मशीन के लिए ₹10 लाख की सहायता दी, जिससे हृदय रोगियों को अब जांच के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ता।
विश्वास स्वरूप अग्रवाल का मानना है, “सच्ची सफलता तब मिलती है, जब हम समाज को कुछ लौटा सकें। दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।” उनकी यह सोच और कर्मठता समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणादायी है। उनके कार्य न केवल जरूरतमंदों के लिए राहत बनते हैं, बल्कि यह भी साबित करते हैं कि जब संवेदनशील नेतृत्व और सामाजिक प्रतिबद्धता एकजुट होती है, तो समाज में सकारात्मक बदलाव की मजबूत नींव रखी जाती है।
विश्वास स्वरूप अग्रवाल जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए एक मशाल की तरह हैं, जो न केवल अपने कार्यों से रोशनी फैलाते हैं, बल्कि दूसरों को भी मानवता और सेवा के पथ पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उनकी यह पहल निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों को समाजसेवा के प्रति प्रेरित करेगी।



