लखनऊ (सवांददाता) तमाम मुख़ालेफ़त के बाद आज कैबिनेट बैठक में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। संतों की बहुप्रतीक्षित मांग पर इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया जा रहा है | इलाहाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों की मांग पर एलान किया था कि संतों की मांग का पूरा ध्यान रखा जायेगा और जल्द ही इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया जायेगा | मुख्यमंत्री ने आज कैबिनेट में अपने द्धारा किये गए वादे को पूरा कर दिया हैं | बताते चलें कि राज्यपाल राम नाईक ने भी इसके नाम बदलने पर सहमति जताई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लोक भवन में संपन्न हुई कैबिनेट बैठक में कुल 12 प्रस्तावों को मंजूरी मिली हैं । इनमे इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने का प्रस्ताव भी शामिल है। सात मेडिकल कॉलेजों के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है। इसके अलावा ललितपुर में पाली तहसील के 23 गांव को सदर तहसील में शामिल किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन को भी सरकार ने मंजूरी दी और नंद बाबा प्रोत्साहन पुरस्कार अवार्ड शुरू किया है।
जिसका लाभ ब्लॉक स्तर के दुग्ध उत्पादक को भी मिलेगा। सरकार में सबसे महत्वपूर्ण फैसला नई खांडसारी नीति को मंजूरी देकर किया है। इसमें पहले एक चीनी मिल से 15 किलोमीटर की दूरी के भीतर खांडसारी इकाई नहीं लगाया जा सकता थी, लेकिन अब उस की दूरी घटाकर 7:30 किलोमीटर कर दी गई है। इससे गन्ना किसानों को सहूलियत मिलेगी।