लखनऊ (सवांददाता) रविवार की सुबह 11 बजे विश्व हिंदू परिषद की ओर से दिल्ली में की जाने वाली धर्मसभा की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं। विहिप नेताओं ने आज शाम तक एनसीआर के निकटवर्ती क्षेत्रों में रामभक्तों को धर्मसभा में चलने के लिए प्रेरित किया। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मेरठ में कहा कि सरकार के भरोसे नहीं बल्कि देश की सौ करोड़ जनता के पुरुषार्थ के बल पर ही राम मंदिर का निर्माण होगा। उनका ये बयान बता रहा है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पूर्व मंदिर मुद्दे को ढाल बनाकर भाजपा को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया है | इसका असर आने वाले समय में भाजपा के अपने वोटरों पर ज़रूर पड़ेगा | हालाँकि ये बात भी गौर करने योग्य है कि राममंदिर मामले में लोकसभा चुनाव से पूर्व ही आखिर हिन्दू संगठन अपनी आवाज़ क्यों बलन्द कर रहे है ? जब्कि योगी के अभी दिए गए बयान से प्रतीत होता है कि वो भी शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाराज़ है | क्योकि उन्होंने कहा था कि ये मामला अगर उत्तर-प्रदेश सरकार के पास होता तो 24 घंटे के अंदर इसका समाधान कर दिया जाता | उनके इस बयान से तो यही प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार इसे निपटाना नहीं चाह रही है | बहरहाल धर्म सभा में पश्चिम उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। यहां पहुंचने वालों के लिए विविध स्तरों पर व्यापक व्यवस्था है। आने, जाने, बैठने के साथ ही हर रामभक्त के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की जा रही है।
जगह जगह भगवान राम के बड़े-बड़े चित्र व कलश भी रखे गए हैं जिनमें दिल्ली के रामभक्त अपने-अपने घरों से लाए पुष्प अर्पित कर सकें। मेट्रो से आने वालों के लिए नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन सर्वाधिक नजदीक होने से वहीँ पर उतरने को कहा गया है।
धर्मसभा को जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, गीता मनीषी महामण्डलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज, श्रीजगन्नाथ पीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज, परमानंद महाराज, वात्सल्य ग्राम संस्थापक दीदी मां साध्वी ऋतंभरा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश जोशी, विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे व कार्याध्यक्ष आलोक कुमार समेत संत व गणमान्य लोग संबोधित करने वाले हैं।
एनसीआर से आने वाली बसों व अन्य वाहनों के लिए 16 जगह पार्किंग केंद्र हैं। हर पार्किंग स्थलों पर पीने के पानी, शौचालय तथा अनाउन्समेंट सिस्टम होंगे। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से जुड़ने वाली राजधानी के सभी सीमाओं पर स्वागत द्वार बनाए जा रहे हैं। धर्मसभा में आने वाला कोई भी व्यक्ति राह से नहीं भटके इसलिए जगह-जगह मार्ग-दर्शिका भी लगाई जा रही हैं।