HomeArticle"ऑपरेशन सिन्दूर: आतंकवाद के आकाओं को सबक सिखाने की निर्णायक जंग"

“ऑपरेशन सिन्दूर: आतंकवाद के आकाओं को सबक सिखाने की निर्णायक जंग”

ताहिर हुसैन हाशमी

लखनऊ, 8 मई।भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के 9 ठिकानों पर “ऑपरेशन सिन्दूर” के तहत सटीक और साहसिक एयर स्ट्राइक कर आतंक के गढ़ को नेस्तनाबूद कर दिया। इस ऐतिहासिक कार्रवाई ने न केवल भारत की सैन्य ताकत का लोहा मनवाया, बल्कि देश के 140 करोड़ नागरिकों के सीने को गर्व से चौड़ा कर दिया। इस अभूतपूर्व ऑपरेशन पर वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने गहरी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को फोन पर बधाई दी और कहा कि यह कार्रवाई भारत की एकता, संकल्प और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रतीक है।मौलाना यासूब अब्बास ने इस मौके पर देशवासियों की भावनाओं को आवाज देते हुए कहा, “ऑपरेशन सिन्दूर भारत की उस अटल प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए है। भारतीय सेना ने न केवल आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि उन शहीदों के परिजनों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया, जिन्होंने आतंक की भेंट चढ़कर अपनी जान गंवाई।” उन्होंने रक्षा मंत्री से फोन पर बातचीत में जोर देकर कहा कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहना चाहिए, जब तक आतंकवाद के आकाओं को उनके अंजाम तक न पहुंचा दिया जाए। मौलाना ने कहा, “इन गुनहगारों को उनके किए की सजा मिलनी ही चाहिए। ऑपरेशन सिन्दूर को तब तक चलाया जाए, जब तक आतंकवाद का नामोनिशान मिट न जाए।””भारत का गर्व, सेना का पराक्रम”
मौलाना यासूब अब्बास ने संवाददाताओं से बातचीत में इस ऑपरेशन को भारत की सैन्य रणनीति में एक नए युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा, “यह कार्रवाई न केवल तकनीकी दक्षता और साहस का प्रदर्शन है, बल्कि यह भारत के हर नागरिक के लिए गर्व का क्षण है। पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर सेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि इस ऑपरेशन ने पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ा दी है और हर समुदाय, हर वर्ग के लोग सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।

“आतंक के आकाओं को मिलेगी सजा”

मौलाना ने रक्षा मंत्री से अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने अनुरोध किया है कि आतंकवाद के उन आकाओं को भी कठोर सजा दी जाए, जो अभी भी भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये आतंकी और उनके सरपरस्त सैकड़ों बेगुनाहों की जान ले चुके हैं। इनके हौसले तभी पस्त होंगे, जब इन्हें पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। ऑपरेशन सिन्दूर को तब तक जारी रखना होगा, जब तक इनका अंत न हो जाए।” मौलाना ने इस कार्रवाई के लिए रक्षा मंत्री और भारतीय सेना को तहेदिल से धन्यवाद दिया और कहा कि यह ऑपरेशन शहीदों के परिजनों के लिए न्याय की एक नई उम्मीद लेकर आया है।

“नया भारत, नई ताकत”

ऑपरेशन सिन्दूर की खासियत इसका सटीक निशाना और आधुनिक तकनीक का उपयोग है। यह ऑपरेशन भारत की सैन्य क्षमता में एक नया अध्याय जोड़ता है, जहां दुश्मन के घर में घुसकर उसे सबक सिखाने की रणनीति ने वैश्विक स्तर पर भारत की ताकत को रेखांकित किया है। मौलाना यासूब अब्बास ने इस ऑपरेशन को “नए भारत” की नई सोच और शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “यह भारत अब चुप नहीं रहेगा। हमारी सेना ने दिखा दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई निर्णायक और बिना रुके जारी रहेगी।

“देश की एकता का प्रतीक

मौलाना ने इस मौके पर देश की एकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “आज हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, हर समुदाय के लोग एकजुट होकर सेना का समर्थन कर रहे हैं। यह ऑपरेशन केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की एकता और संकल्प का प्रतीक है।” उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे इस जंग में सेना का हौसला बढ़ाएं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें।
ऑपरेशन सिन्दूर ने न केवल आतंकवादियों को करारा जवाब दिया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक दृष्टिकोण को दुनिया के सामने ला खड़ा किया। मौलाना यासूब अब्बास की यह मांग कि आतंक के आकाओं को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाए, देश के हर नागरिक की भावना को दर्शाती है। यह ऑपरेशन भारत के उस संकल्प को मजबूत करता है, जो आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त न करने का है। जैसे-जैसे यह जंग आगे बढ़ेगी, देशवासियों की निगाहें अपनी सेना पर टिकी रहेंगी, जो हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

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