लखनऊ, 17 जून । ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कुछ चैनल और समाचार पोर्टल के माध्यम से पता चला है कि ईरान में 73 भारतीय नागरिकों को इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ईरानी मीडिया के अनुसार, इनमें से कुछ लोगों को मध्य ईरानी शहर यज़्द में आक्रामक हथियार प्रणालियां स्थापित करने और इज़रायल के साथ सहयोग करने के आरोप में पकड़ा गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ये भारतीय नागरिक कथित तौर पर इज़रायल के लिए जासूसी गतिविधियों में शामिल थे। हालांकि, इन लोगों की पृष्ठभूमि और इस साजिश में उनकी भूमिका के बारे में ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि ये लोग नौकरी के लिए विदेश गए थे, लेकिन वहां उन्हें जासूसी के लिए इस्तेमाल किया गया। इस मामले में भारत में सक्रिय कुछ दलालों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है, जो नौकरी के नाम पर लोगों को विदेश भेजते हैं।
भारत के लिए खतरा और आतंकवादी कनेक्शन
यह खबर भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह सच है, तो ऐसे लोग जो विदेशी एजेंसियों के लिए काम करते हैं, वे भारत के लिए खतरा बन सकते हैं। कुछ सूत्रों का दावा है कि इनमें से कई लोगों का संबंध भारत में सक्रिय आतंकवादी संगठनों से हो सकता है, जो देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। भारत में अब तक की जांच में कुछ संदिग्धों के नाम सामने आए हैं, जिनमें मोहम्मद अली, रमेश कुमार, और शहनाज़ बेगम शामिल हैं।
आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
हालांकि, इस खबर की अभी तक भारत सरकार या किसी आधिकारिक स्रोत से पुष्टि नहीं हुई है। ईरान और इज़रायल के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए, यह भी संभव है कि यह खबर प्रचार का हिस्सा हो। भारत सरकार को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए और सच्चाई सामने लानी चाहिए।