लखनऊ, 17 जून । ईरान के तेहरान मैं आज इजरायल द्वारा किए गए हमले के जवाब में ईरान ने तुरंत जवाब देते हुए मोसाद पर तबाही मचा दी है। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय और सैन्य खुफिया इमारत को निशाना बनाया गया। जानकारी के अनुसार, ईरान ने इस हमले में बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोनों का इस्तेमाल किया, जिससे तेल अवीव और हर्ज़लिया में भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं।
ईरानी सेना ने दावा किया कि उसने हर्ज़लिया में स्थित मोसाद के मुख्यालय पर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। ईरान ऑब्जर्वर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि यह हमला मोसाद के कार्यालय पर किया गया। वीडियो में धुएं और आग के गुबार के साथ इमारत को नुकसान पहुंचने की तस्वीरें दिखाई गईं। ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, इस हमले में इजरायल की सैन्य खुफिया इमारत को भी निशाना बनाया गया, जिससे इजरायल की खुफिया और रक्षा क्षमताओं को गंभीर झटका लगा। ईरान ने इस हमले को “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 4” का नाम दिया और इसे इजरायल के हाल के हमलों का जवाब बताया, खासकर तेहरान और अन्य ईरानी शहरों में किए गए हवाई हमलों के बाद। सूत्रों के मुताबिक, ईरान ने तेल अवीव, हाइफा, और यरुशलम सहित इजरायल के कई शहरों पर 50 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे। इन हमलों में इजरायल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली को भेदने में ईरानी मिसाइलें आंशिक रूप से सफल रहीं, जिससे हर्ज़लिया में मोसाद मुख्यालय की इमारत को नुकसान पहुंचा। ईरानी हमले में तेल अवीव के पास हर्ज़लिया में मोसाद मुख्यालय की इमारत में आग लगने और धुआं उठने की खबरें हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस हमले में कई इजरायली खुफिया अधिकारी घायल हुए, हालांकि सटीक हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा, सैन्य खुफिया इमारत को भी निशाना बनाया गया, जिससे इजरायल की रणनीतिक खुफिया क्षमता को नुकसान पहुंचा।
मोसाद मुख्यालय “धू-धूकर जल उठा,” लेकिन इजरायली सेना ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि मुख्यालय सुरक्षित है और नुकसान सीमित है। भारत ने ईरान और इजरायल में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए दूतावासों को अलर्ट पर रखा है।