अयोध्या में राम मंदिर बीजेपी और आरएसएस की राजनीतिक परियोजना है : कांग्रेस
लखनऊ,संवाददाता। भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है। स्पष्ट है कि एक अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए ही किया जा रहा है। पिछले महीने, कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता श्री अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण दिया गया था।
इस निमंत्रण के जवाब में जारी बयान के माध्यम से श्री मल्लिकार्जुन खरगे, श्रीमती सोनिया गांधी एवं श्री अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार कर दिया है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकराते हुए कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, जयराम रमेश समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने अयोध्या नहीं जाने को कहा है। दिसंबर महीने में राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला था। अब इस निमंत्रण पर कांग्रेस पार्टी की ओर से एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि बीजेपी और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है।