लखनऊ (सवांददाता) उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि 21वीं सदी के भारतीय राजनीति के महानायक हमें छोड़ गए। मेरा आदर्श नेता, मेरा सच्चा हितैषी मैंने आज खो दिया। उन्होंने कहा कि स्व. अटल जी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर वह एक सर्वमान्य और लोकप्रिय नेता थे। सबको साथ लेकर चलने की उनमे अद्भुत क्षमता थी।
आज उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि ‘अटल के साथ संगठन में और उनके मंत्रिमंडल में पेट्रोलियम व अन्य महत्वपूर्ण विभागों केमंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। वह उदारता की राजनीति के लिये जाने जाते थे जिनमें अपना बनाने की विशेष कला थी। पक्ष-विपक्ष के सभी लोग उनका आदर व सम्मान करते थे। उनकी चिरस्मृति देशवासियों को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। लखनऊ से तो उनका विशेष लगाव था, यहां से वे कई बार सांसद बनें।’
राज्यपाल ने कहा कि आज भी याद है कि जब मैं कैंसर रोग से पीडि़त था तो वह कई बार मेरे मुंबई स्थित आवास पर मुझे देखने आये थे। मेरे स्वस्थ होने पर 25 सितंबर, 1994 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में अटल आये थे। उनके शब्द थे ‘आये हुए जनसमूह को देखकर ईष्र्या होती है कि राम भाऊ कितने लोकप्रिय हैं। रामभाऊ मृत्यु के दरवाजे से वापस आये हैं। बोनस में मिला जीवन इस बात का संकेत है कि आगे देश और समाज के लिये और काम करना है।’ राज्यपाल ने कहा कि अब ऐसा उत्साहवर्धन करने वाला मित्रवत नेता कभी नहीं मिलेगा।
नाईक ने कहा कि ‘मैं उनकी स्मृति को प्रणाम करते हुए उनको सद्गति प्राप्त हो, ऐसी कामना करता हूं।’ ईश्वर हमें इस दारूण दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।