लखनऊ, 11 अक्टूबर। लखनऊ के कांग्रेस मुख्यालय को शनिवार को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय फतेहपुर के रायबरेली में दलित युवक हरिओम की हिंसा में मौत के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। पुलिस ने भारी बल के साथ बैरिकेडिंग लगाकर काफिले को रोक दिया, जिससे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया।
अजय राय ने रोके जाने से पहले कहा, “दलित विरोधी सरकार ने चारों तरफ पुलिस फोर्स और बैरिकेडिंग लगा दी है। पुलिस हमें गिरफ्तार करें या गोली चलवाए, मगर हम जाएंगे। हम कांग्रेसी लोग रुकने वाले नहीं हैं, संघर्ष करेंगे और आगे बढ़ेंगे।” पांच दिन पहले भी अजय फतेहपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से कहा था कि युवक को बेरहमी से मारा गया क्योंकि उसने राहुल गांधी का नाम लिया। आरोपी ने कबूल किया, ‘हम बाबा वाले हैं।’ मुख्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया, और सीएम योगी के खिलाफ नारे लगे।
पुलिस ने 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। एसएसपी लखनऊ ने बताया कि सुरक्षा कारणों से रोक लगाई गई। अजय राय मुख्यालय के अंदर ही हैं। यह घटना यूपी में दलित हिंसा और राजनीतिक तनाव को बढ़ावा दे रही है। कांग्रेस ने कहा कि 2027 चुनावों में इसका जवाब दिया जाएगा।



