लखनऊ (सवांददाता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज धनतेरस के अवसर पर देश की पहली परमाणु पनडुब्बी आइएनएस अरिहंत द्धारा अपना पहला गश्ती अभियान पूरा करने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए इसे देश को धनतेरस का उपहार करार दिया है। उन्होंने आइएनएस अरिहंत को देश की रक्षा के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।
पीएम मोदी ने कहा कि अरिहंत का अर्थ होता है कि दुश्मन को खत्म कर देना। पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे पड़ोसी देशों में परमाणु हथियारों की बढ़ोतरी के बीच देश में विहश्वसनीय परमाणु क्षमता बहुत जरूरी थी । अरिहंत के जरिए हम आने वाली चुनौतियों से निपटारा करने में सक्षम होंगे और दुश्मन को करारा जवाब दे सकेंगे।’
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आइएनएस अरिहंत देश के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए सुरक्षा की जिम्मेदारी जैसा है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह भारत के दुश्मनों और शांति के दुश्मनों के लिए खुला चैलेंज है, कि अब वो कोई दुस्साहस दिखाने की कोशिश न करें। यह न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को जवाब है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज हर एक भारतीय का सिर एक बार फिर गर्व से ऊंचा हो गया है। अरिहंत से जुड़े दल को मैं इसके सफल परीक्षण के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि न्यूक्लियर ट्राइएंगल की स्थापना पर मुझे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी बहुत याद आते हैं।
पीएम ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में अरिहंत भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा, ‘भारत पहले किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन कोई भारत को छेड़े तो उसे वो छोड़ता भी नहीं। हालाँकि नरेंद्र मोदी की साढ़े चार साल की हुकूमत के दौरान ऐसा कुछ हुआ नहीं है जिसके लिए उनका ये डायलॉग फिट हो सके | उन्होंने कहा कि हमारा परमाणू प्रसार आक्रमण का हिस्सा तो नहीं है, लेकिन यह देश के लिए सुरक्षा का उपकरण जरूर है। शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए हमारी परमाणु क्षमता बहुत महत्व रखती है।’ अब तक भारत विश्व शांति के लिए सबसे आगे रहा है और आगे भी रहेगा।