लखनऊ, 6 जून । भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या ने दावा किया कि वे भगोड़ा नहीं हैं और भारत छोड़ने से पहले उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली से बात की थी। माल्या ने कहा, “मेरे 6200 करोड़ रुपये के कर्ज के बदले बैंकों ने 14000 करोड़ रुपये वसूल लिए।” इस बयान ने देश में हलचल मचा दी है। लखनऊ में आर्थिक विशेषज्ञों ने इसे गंभीर मामला बताया और जांच की मांग की। माल्या पर किंगफिशर एयरलाइंस के कर्ज न चुकाने का आरोप है। उनके इस बयान से राजनीतिक दलों में भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे बैंकों की कार्यप्रणाली पर सवाल मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे माल्या का बचाव बताते हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस दावे की जांच शुरू कर सकता है।



