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राम भक्तों पर गोली चलवाने वाले, उपद्रवियों पर की गई कार्रवाई पर मुझसे मांग रहे हैं जवाब :योगी आदित्यनाथ
लखनऊ (संवाददाता) । मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने आज विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विधानसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बिना उनपर जमकर ज़बानी प्रहार किये |मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि जिन लोगों ने खुद अयोध्या में राम भक्तों पर गोली चलवाई वही आज उपद्रवियों पर होने वाली कार्रवाई पर हमसे जवाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा ,लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन संविधानिक मर्यादा के दायरे में रह कर। जब सदन में बैठा सदस्य उन संविधानिक मर्यादाओं की रक्षा नहीं कर सकता है तो इसकी आशा दूसरे से भी नहीं की जाना चाहिए है।उन्होंने कहा जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं वे अक्सर खुद ही उसे तार तार कर देते हैं |उन्होंने अपने विपक्षियों को याद दिलाते हुए कहा , जिन्होंने इसी सदन में विधायकों को चोटिल किया वे विधायकों की सम्मान की बात करते हैं। उन्होंने कहा ,आज वो महिला सशक्तीकरण की दुहाई देते रहे हैं जिन लोगों ने खुद तंदूर कांड को अंजाम दिया था।
सीएम योगी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें याद है कि बलिकाओं पर हुए अत्याचार पर उन नेताओं ने बयान दिया था , बच्चों से गलती हो जाती है, और आज वही लोग यहां पर महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं। जिन लोगों ने आयोध्या में राम भक्तों पर गोली चलाकर वहां की मान्यता दूषित करने का काम किया था वे उपद्रवियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर हमसे जवाब-तलब करने का प्रयास कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में रामराज है क्या, यह हर व्यक्ति समझ भी नहीं पाएगा। आखिर जिस कार्य के लिए 1990 में राम भक्त अयोध्या जा रहे थे, जिनC गई थी, जो लोग कहते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, आखिर उन राम भक्तों की बात पर देश की सर्वोच्च न्यायालय ने मुहर लगा दी है। अयोध्या में वर्षों से दबी हुई भावनाओं को मंच मिला और उस मंच माध्यम से सामने आया कि वास्तव में देश का लोकतंत्र दुनिया का एक सशक्त लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि जो भक्त अयोध्या में राम मंदिर की मांग कर रहे थे वे सही थे और गोली चलाने वाले गलत थे, यह साबित हो गया है।
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग राम भक्तों पर गोली चलवाना सही समझते थे,उनकी सोच को सर्वोच्च न्यायलय ने मंदिर निर्माण के फैसले के बाद गलत साबित कर दिया |उन्होंने कहा जो आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेते हैं, इनसे पूछा जाना चाहिए कि आखिर अयोध्या में आतंकी हमला, वाराणसी कचहरी में आतंकी हमला, गोरखपुर में बम धमाके के चेहरे कौन थे? उन्होंने कहा कि जो भी कानून को रौंदने का कार्य करते हैं उनकी हिमायत करना आश्चर्य की बात है।उन्होंने क़ानून व्ययवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि क़ानून को समझने के लिए जिस भी भाषा का प्रयोग करना पड़े किया जाएगा |
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