लखनऊ (सवांददाता) पाकिस्तान में इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा को अपने गले लगाने के समय ये सोचा भी नहीं होगा कि बाजवा से इस तरह की मौहबत दिखाकर उनको अपने देश में क्या-क्या उपाधियाँ मिलेंगी|
जिस दिन से नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान से भारत वापिस आये है उसी दिन से उनके विरुद्ध लोग लामबंद होकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं| बताते चलें कि नवजोत सिंह सिद्धू के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग संबंधी अर्जी पर मुजफ्फरपुर की एक अदालत ने आज शिकायतकर्ता को अगले हफ्ते दस्तावेजों और सबूतों के साथ पेश होने का निर्देश दिया।
वकील सुधीर कुमार ओझा की याचिका का संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरि प्रसाद ने कहा कि वह व्यक्तिगत रुप से इस मामले पर गौर करेंगे और उन्होंने सुनवाई की अगली तारीख 26 अगस्त तय की।
ओझा ने 20 अगस्त को अर्जी दायर कर अदालत से सिद्धू के खिलाफ राजद्रोह, राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक बातें करने एवं शांति भंग करने के इरादे से अपमानजनक बातें करने से संबंधित भादसं की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश देने की अपील की थी।