लखनऊ ,संवाददाता। वैसे तो भारतीय लोकतंत्र किसी भी नागरिक को इतनी स्वतंत्रता दिए है कि वो अपनी राय अपनी बात कहने का अधिकार रखता है लेकिन अपनी बात कहने वाले या अपनी बात रखने वाले को ये अवश्य सोचना चाहिए कि वो क्या कह रहा है | इसी तरह का आज एक दूसरा विवादित बयान आया है | पहला बयान देने वाले असदुद्दीन ओवैसी कि पार्टी के एक नेता हैं जिन्होंने अपने बयान में कहा है ,100 करोड़ हिंदुओं पर 15 करोड़ मुसलमान भारी हैं | दूसरा विवादित बयान आज मासिक धर्म को लेकर गुजरात के एक धर्मगुरु स्वामी कृष्ण स्वरूप दासजी ने दिया हैं। उन्होंने कहा है की पीरियड्स के दौरान पति के लिए खाना पकाने वाली महिला का पुनर्जन्म कुत्ते के रूप में होगा, जबकि उसका बनाया खाना खाने वाला पति अगले जन्म में बैल के रूप में पैदा होगा ।
स्वामी कृष्णस्वरूप के इस प्रवचन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है |
इसकी सत्यता क्या है ,कब का है और किसने पोस्ट किया है इसकी जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है |
बताते चलें कि जिस स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी ने यह टिप्पणी की है, वह स्वामीनारायण मंदिर के ‘नर-नारायण देवगड़ी’ पंथ से जुड़े हैं। स्वामीनारायण मंदिर ही भुज में श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट चलाता है, जिसकी प्रिंसिपल और महिला कर्मचारियों ने 11 फरवरी को यह देखने के लिए 60 छात्राओं के कपड़े उतरवा दिए थे , कहीं वो पीरियड्स से तो नहीं हैं। कॉलेज के हॉस्टल के मेस में पीरियड्स वाली छात्राओं को दूसरी छात्राओं के साथ बैठकर खाना नहीं खाने दिया जाता। प्रिंसिपल रीता रनिंगा और महिला कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने इस मामले पर दिए अपने बयान पर कहा , कि ‘मुझे इसकी परवाह नहीं है कि आपको मेरे विचार पसंद हैं या नहीं, लेकिन हमारे शास्त्रों ने यह सब लिखा हुआ है। अगर कोई महिला पीरियड्स के दौरान अपने पति के लिए खाना पकाती है तो निश्चित रूप से अगले जन्म में वह कुत्ते के रूप में पैदा होगी |
‘