लखनऊ, 7 मई। भारतीय सशस्त्र बलों ने कल देर रात “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह कार्रवाई पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, कोटली, मुरिदके, गुलपुर, भिंबर, चक अमरू, बाग और सियालकोट जैसे क्षेत्र शामिल थे।
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह हमला “केंद्रित, मापा हुआ और गैर-आनुपातिक” था, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। मंत्रालय ने कहा, “हमने लक्ष्यों के चयन और कार्रवाई के तरीके में काफी संयम बरता है। यह कदम पहलगाम हमले के जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की हमारी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए उठाया गया है।” भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “न्याय हो गया। जय हिंद!” इस कार्रवाई को सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया, जो 1971 के युद्ध के बाद पहली ऐसी त्रि-सेवा कार्रवाई है।
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट और हताहतों का आंकड़ा
विदेशी मीडिया ने इस घटना को बड़े पैमाने पर कवर किया है। न्यूज़वीक और रॉयटर्स के अनुसार, भारत ने नौ ठिकानों पर हमले किए, जबकि पाकिस्तान ने दावा किया कि छह ठिकानों पर हमले हुए, जिसमें आठ लोग मारे गए और 38 घायल हुए।
फ्रांस 24 ने बताया कि बहावलपुर में भी एक ठिकाना निशाना बना, जहां स्थानीय लोगों ने कई विस्फोटों की आवाजें सुनीं। जबकि जेरूसलम पोस्ट ने दावा किया कि हमलों में 12 आतंकी मारे गए और 55 घायल हुए। हालांकि, भारत ने इन आंकड़ों पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने इसे “कायरतापूर्ण हमला” करार दिया और कहा कि भारत ने कोटली, मुजफ्फराबाद और बहावलपुर में तीन ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने रॉयटर्स को बताया कि उनकी सेना ने दो भारतीय जेट और एक ड्रोन को मार गिराया, लेकिन भारत ने इस दावे को खारिज कर दिया। भारत ने कहा कि सभी पायलट सुरक्षित हैं और कोई विमान नहीं खोया गया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और युद्ध की धमकी
पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को “युद्ध की शुरुआत” करार देते हुए कड़ा जवाब देने की धमकी दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे “युद्ध का कार्य” बताया और कहा, “पाकिस्तान को इसका जवाब देने का पूरा हक है, और हम मजबूत जवाब दे रहे हैं।” पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत ने मुरिदके, बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में नागरिक आबादी को निशाना बनाया, जिससे नागरिक हताहत हुए और वाणिज्यिक हवाई यातायात को खतरा पैदा हुआ। पाकिस्तान ने इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी कार्रवाई की। द हिंदू के अनुसार, पाकिस्तानी गोलीबारी में तीन भारतीय नागरिक मारे गए। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उत्तरी भारत के कई हवाई अड्डों, जैसे श्रीनगर, जम्मू, लेह, अमृतसर और चंडीगढ़, को बंद कर दिया गया। एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने अपनी उड़ानें रद्द कर दीं।
देश में बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय चिंता
पहलगाम हमले के बाद से देश में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही थी। विपक्षी दलों और आम जनता ने सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की थी। इस हमले ने कश्मीर में शांति की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए थे, जिसे सरकार ने पहले स्थिर बताया था।अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से “अधिकतम संयम” बरतने की अपील की, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “मैं भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर नजर रख रहा हूं। मैं राष्ट्रपति की बात को दोहराता हूं कि यह जल्द खत्म हो और दोनों देशों के नेताओं के साथ शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करूंगा।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी। भारतीय सेना ने श्रीनगर और कश्मीर घाटी में हवाई गश्त तेज कर दी है, और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। इस बीच, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मुद्दे को उठाने की बात कही है। दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच बढ़ता तनाव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है।