लखनऊ (सवांददाता) जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आज जहाँ 35ए को लेकर दिए बयान में कहा कि हम मरते दम तक इसके लिए लड़ते रहेंगे वहीं उन्होंने जस्टिस गीता मित्तल की चीफ जस्टिस के तौर पर हुई नियुक्ति को लेकर उन्हें बधाई दी।
राज भवन में शपत ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फारूक ने कहा कि मैं अपनी ओर से जम्मू-कश्मीर की पहली महिला चीफ जस्टिस गीता मित्तल को बधाई देता हूं और आशा हैं कि उनका कार्यकाल अच्छा रहेगा।
35ए के सम्बन्ध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में फारूक ने कहा कि 35ए को मारिये गोली, 35ए तो चलता जाएगा। उन्होंने कहा कि 35ए को वह छेड़ नहीं सकते। पहले भी दो बार संवैधानिक खंडपीठ ने इसको लेकर बयान दिया हुआ है। उन्होंने कहा कि मुझे ये समझ में नहीं आता कि यह बार-बार क्यों मसले को कुरेदते हैं, जितना यह कुरेदेंगे उतना खून बहेगा। डॉ फारूक ने कहा कि मुझे लगता है वक्त आ गया है कि इसे कुरेदना छोड़ दिया जाये।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनको सिर्फ कश्मीर याद रहता है। हिमाचल, अरुणाचल और नागालैंड के साथ कभी भी छेड़छाड़ नहीं की जाती है लेकिन कश्मीर ही याद रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक मैं कब्र में नहीं जाऊंगा तब तक मैं लड़ता रहूंगा। अगर इसके साथ छेड़छाड़ हुई तो बेहतर नहीं होगा |