लखनऊ (सवांददाता) क़ानून व्यवस्था के प्रति भले ही प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ गम्भीर हों और पुलिस अधिकारी भी इसके लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हों, लेकिन अपराधियों का जुर्म करने का हौसला बढ़ता ही जा रहा है | ऐसा नहीं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी जुर्म या अपराधियों के विरुद्ध गम्भीर नहीं हैं, लेकिन फिर भी अपराधियों की मानसिकता को बदलना एक बड़ी चुनौती हैं | कई देश ऐसे हैं जहाँ क़ीमती दुकाने खुली छोड़कर दुकानदार चलें जाते हैं, लेकिन उनकी दुकानों में या फिर किसी के घर में चोरी नहीं होती हैं | कारण ये हैं कि वहाँ अपराधियों के विरुद्ध जो क़ानून बनाये गए हैं वो बहुत कठोर हैं, जैसे चोरी करने वाले के हाथ काट दिए जाते हैं, जैसे बलात्कार या दुष्कर्म करने वालों को ज़मीन में सर छोड़कर दफ़्न कर दिया जाता हैं जिसके बाद उस पर तबतक पत्थर मारे जाते हैं, जबतक अभियुक्त मर नहीं जाता | शायद यही कारण है कि वहाँ अपराधी अपराध करने से डरता है | जब्कि भारत में जो सज़ाएं अपराध के लिए रक्खी गईं हैं वो ऐसी नहीं हैं जिससे अपराधी भयभीत हों सके | यही कारण है कि यहाँ अपराधी अपना अंजाम जानने के उपरांत भी जुर्म को बखूबी अंजाम देता है| जिसका ख़ामियाज़ा पुलिस प्रशासन को भुगतना पड़ता है | लखनऊ में पड़ी बीती रात एक डकैती के लिए इतनी लम्बी चौड़ी बात लिखना मेरे लिए मजबूरी इसलिए है क्योंकि इस तरह की अपराधिक घटनाओं का सिलसिला कभी ख़त्म होने वाला नहीं और इन पर अंकुश लगाना भी सम्भव नहीं है | बड़ी घटनाएं हों या छोटी, कार्रवाई के नाम पर अधिकारी अपने मातहतों को लाइन हाज़िर या निलंबित कर देते हैं और इसके अलावा तबादले की रस्म अदा कर दी जाती है | बीती रात गोसाईगंज स्थित खुर्दही बाजार में एक सर्राफा व्यवसायी के घर और भूतल में बनी दुकान में डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दी है | वृद्ध माता-पिता को बंधक बनाकर डंडों से पीटा, फिर कैश और जेवर समेत करीब आठ लाख की डकैती कर डकैत फरार हो गए। डकैती की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस सही समय पर नहीं पहुंच सकी जिसके चलते आदर्श व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और व्यापारियों में घटना को लेकर रोष व्याप्त हैं | पुलिस के अनुसार वो इस डकैती के मामले की छानबीन कर रही है।
बताते चलें कि यहां सर्राफा व्यवसायी दया खंडेलवाल की मां विमला देवी और पिता बसंत रहते हैं। मकान के प्रथम तल पर ही शुभ शगुन ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। सर्राफा व्यवसायी दया के अनुसार , बुधवार देर करीब सवा दो बजे कुछ डकैत घर में आ धमके। माता और पिता को कमरे में बंधक बनाकर कैश और जेवरात मांगे। विरोध करने पर डंडों से पीटा और फिर करीब 8 लाख की डकैती की घटना को अंजाम देकर फरार हों गए।
सर्राफा व्यवसायी की मां विमला ने बताया कि डकैतों ने पहले घर में लूटपाट की। फिर कहा कि माता जी , चिल्लाना नहीं खाना खाकर जांएगे। इसके बाद डकैतों ने खाना खाया और दूध पीकर प्रथम तल स्थित दुकान की ओर बढ़े। इसके बाद फरार हो गए।
दुकान के अंदर पहुंचने के बाद वहां लगे सीसी फुटेज ने डकैतों को अपने में कैद कर लिया | पुलिस के मुताबिक़ डकैत मुंह पर कपड़ा लपेटे हुए थे और इनकी संख्यां चार थी |
इस घटना के बाद एसएसपी कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे सीओ मोहनलाल गंज को स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच के निर्देश दिए। साथ ही मामले में एंटी डकैती सेल, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और अन्य पुलिस टीमें मामले की छानबीन में लग गईं हैं।