HomeINDIAकोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मौजूदा वायरस से 15 गुना खतरनाक
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मौजूदा वायरस से 15 गुना खतरनाक
लखनऊ,संवाददाता | अभी तक तो लोग मौजूदा कोरोना वायरस के प्रकोप से बेहाल हो चुके हैं और जीवन को बचने के लिए मृत्यु से जंग कर रहे हैं लेकिन आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस का जो नया स्ट्रेन N440K सामने आया है,वो स्ट्रेन मौजूदा वायरस से 15 गुना खतरनाक है | बताया जा रहा है कि ये बहुत तेजी से फैलता है | यह संक्रमित होने वाले मरीज के ऑक्सीजन लेवल को 3 से 4 दिन में ही बुरी तरह से प्रभावित कर देता है | इन दिनों देश में इस वायरस के चलते कई मरीजों की मौत हो रही है | आज अगर ये वायरस आंध्र प्रदेश में सामने आया है तो ये बिलकुल नहीं मानना चाहिए के ये उत्तर प्रदेश या किसी अन्य प्रदेश तक नहीं आ सकता है |
सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के वैज्ञानिकों ने बताया कि ये भारत में मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबले 15 गुना ज्यादा खतरनाक है | इससे संक्रमित होने वाले मरीज 3-4 दिनों में हाइपोक्सिया या डिस्पनिया के शिकार हो जाते हैं , मतलब मरीज के फेफड़े तक सांस पहुंचना बंद हो जाती है और सही समय पर इलाज और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिला तो मरीज की मौत हो जाती है |
ये युवाओं और बच्चों को भी ले रहा है अपनी चपेट में,अच्छे इम्यूनिटी वाले भी आ रहे हैं ज़द पर
वैज्ञानिकों की माने तो ये आम लोगों के बीच काफी तेजी से फैलता है, सबसे चिंता की बात है कि यह स्ट्रेन अच्छे इम्यूनिटी वाले लोगों को भी चपेट में ले रहा है | ये स्ट्रेन युवाओं और बच्चों पर तेजी से हावी हो रहा है | विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समय रहते इसके चेन को तोड़ा नहीं गया तो कोरोना की ये दूसरी लहर और भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है |ये मौजूदा स्ट्रेन बी 1617 और बी 117 से कहीं ज्यादा खतरनाक है |
वैज्ञानिकों के मुताबिक सबसे पहले इसकी पहचान आंध्र प्रदेश के कुरनूल में हुई, इसके बाद आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, तमिलनाडु, तेलंगाना और महाराष्ट्र के 20-30 प्रतिशत सैंपल में यह स्ट्रेन पाया गया था | हालांकि वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि यह स्ट्रेन आने वाले कुछ सप्ताह में खुद-ब-खुद कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन तब तक लोगों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का ख़ास ध्यान रखना होगा |
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