लखनऊ, 3 जुलाई ।लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार के 5000 प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों को मर्ज करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट पर जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी “स्कूल बंदी वापस लो”, “शिक्षा बचाओ – देश बचाओ”, और “छात्रों का हक छीनना बंद करो” जैसे नारे लगाते हुए सरकार की नीति के खिलाफ अपना रोष जताया।कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि इस “शिक्षा विरोधी” फैसले को तत्काल वापस लिया जाए। अजय राय ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह नीति न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की पहुंच को सीमित करेगी, बल्कि हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों की आजीविका पर भी संकट लाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार शिक्षा के बजट को कम करके और स्कूलों को मर्ज करके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, जबकि शराब की दुकानों को बढ़ावा दे रही है।प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि यह निर्णय ग्रामीण और गरीब बच्चों की शिक्षा को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा, क्योंकि स्कूलों के मर्ज होने से कई बच्चे दूरदराज के स्कूलों तक नहीं पहुंच पाएंगे। उन्होंने इसे संविधान में निहित शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन बताया। प्रदर्शन में शामिल अन्य प्रमुख नेताओं में अनिल यादव, दीपक सिंह, और कई स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने सरकार के इस कदम को “शिक्षा के निजीकरण की साजिश” करार दिया।