लखनऊ, 29 जून । भारत में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ, विशेष रूप से मच्छर जनित रोग जैसे डेंगू, हर साल बारिश के मौसम में गंभीर समस्या बन जाते हैं। क्या स्वास्थ्य विभाग की तैयारियाँ पर्याप्त हैं? क्या मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं? गोरखपुर में डेंगू के बढ़ते मामलों ने प्रशासन को अलर्ट पर ला दिया है।
गोरखपुर में आज स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के 15 नए मामले दर्ज किए। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि बारिश के कारण मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि हुई है, जिससे डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। रुस्तमपुर, बेतियाहाता, और शाहपुर जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। प्रशासन ने फॉगिंग और जागरूकता अभियान तेज कर दिए हैं, और लोगों से पानी जमा न होने देने की अपील की है। अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाए गए हैं, और मुफ्त जाँच की सुविधा उपलब्ध है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग की एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सामने आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू को नियंत्रित करने के लिए नियमित फॉगिंग, स्वच्छता अभियान, और जन जागरूकता जरूरी है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि गोरखपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में मच्छर नियंत्रण के लिए स्थायी समाधान किए जाएँ।