लखनऊ,14 अगस्त । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं से अपील की है,वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए ‘रेड लाइन्स’ तय करें। यह अपील 13 अगस्त 2025 को ट्रंप के साथ एक वर्चुअल चर्चा और बर्लिन में यूरोपीय नेताओं से मिलने के दौरान की गई, जबकि 14 अगस्त को लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात हुई। यह सब 15 अगस्त 2025 को अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच होने वाली समिट से पहले हुआ।
जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन शांति नहीं चाहते, बल्कि यूक्रेन पर कब्जा चाहते हैं। उन्होंने ट्रंप और सहयोगियों को चेतावनी दी कि पुतिन शांति के बारे में ‘ब्लफिंग’ कर रहे हैं।
जेलेंस्की ने रखीं पांच मुख्य मांगें
सबसे पहले सीजफायर (युद्धविराम), यूक्रेन की बातचीत में भागीदारी, मौजूदा फ्रंट लाइन्स से टेरिटोरियल रियायतों पर फैसला, अमेरिका की भागीदारी वाली मजबूत सुरक्षा गारंटी, और अगर समिट असफल हो तो रूस पर ज्यादा प्रतिबंध और दबाव। उन्होंने कहा, “पुतिन निश्चित रूप से शांति नहीं चाहते। वे हमारे देश पर कब्जा चाहते हैं। हम सब यह समझते हैं। पुतिन किसी को धोखा नहीं दे पाएंगे। हमें शांति के लिए और दबाव की जरूरत है। न सिर्फ अमेरिकी, बल्कि यूरोपीय प्रतिबंध भी।” उन्होंने उम्मीद जताई कि अलास्का समिट का मुख्य विषय ‘तत्काल सीजफायर’ होगा।
ट्रंप ने इस कॉल को ‘बहुत दोस्ताना’ बताया और नेगोशिएशन आउटलाइन से सहमत हुए। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर जरूरी हो तो यूक्रेन और रूस के नेताओं के साथ दूसरी समिट हो सकती है। समिट के बाद ट्रंप और जेलेंस्की फिर संपर्क करेंगे। पुतिन ने ट्रंप के प्रयासों को ‘जोरदार’ बताया, लेकिन जेलेंस्की की मांगों पर सीधा जवाब नहीं दिया।
पृष्ठभूमि में रूस की आक्रामकता जारी है, जैसे 14 अगस्त की रात में 45 ड्रोन्स और दो मिसाइलों से हमला। रूस की फरवरी 2022 से शुरू हुई आक्रमण के बाद यह अपील आई है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर रूस सीजफायर पर सहमत नहीं हुआ तो ‘बहुत गंभीर परिणाम’ होंगे।