लखनऊ, 9 जून । लखनऊ में भीषण गर्मी के बीच एयर कंडीशनर (AC) का उपयोग बढ़ गया है, लेकिन अधिकांश लोग इसे गलत तरीके से चलाते हैं, जिससे बिजली बिल में भारी वृद्धि हो रही है। दैनिक भास्कर की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ के 99% घरों में AC का उपयोग गलत तापमान सेटिंग और अनुचित रखरखाव के कारण बिजली की बर्बादी करता है। विशेषज्ञों ने बताया कि सही तरीके से AC चलाने से बिजली बिल को 20-30% तक कम किया जा सकता है, जो लखनऊ के मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बड़ी राहत हो सकती है।ऊर्जा विशेषज्ञों के अनुसार, AC को 24-26 डिग्री सेल्सियस पर सेट करना सबसे उपयुक्त है। इससे कमरे का तापमान आरामदायक रहता है और बिजली की खपत भी कम होती है। लखनऊ में कई लोग AC को 18-20 डिग्री पर चलाते हैं, जिससे यूनिट तेजी से बिजली खींचती है। उदाहरण के लिए, 1.5 टन के AC को 18 डिग्री पर चलाने से प्रति घंटे 1.5-2 यूनिट बिजली खर्च हो सकती है, जबकि 24 डिग्री पर यह 1-1.2 यूनिट तक कम हो जाती है। इसके अलावा, रात में AC को टाइमर पर सेट करने से अनावश्यक बिजली खपत रुकती है।लखनऊ के बिजली विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मी के मौसम में शहर में बिजली की मांग 15-20% बढ़ जाती है, जिसमें AC का योगदान प्रमुख है। गोमती नगर, इंदिरा नगर, और आलमबाग जैसे क्षेत्रों में बिजली बिल की शिकायतें बढ़ी हैं। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि AC के फिल्टर को हर 15 दिन में साफ करना चाहिए, क्योंकि गंदे फिल्टर के कारण यूनिट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बिजली खपत बढ़ती है। इसके अलावा, कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखने और पंखे का उपयोग करने से ठंडक तेजी से फैलती है और AC का लोड कम होता है।लखनऊ में बिजली की दरें भी इस साल 5% बढ़ी हैं, जिससे बिजली बिल बचाने की जरूरत और बढ़ गई है। उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे इन्वर्टर AC का उपयोग करें, जो सामान्य AC की तुलना में 30-40% कम बिजली खर्च करते हैं। साथ ही, स्टार रेटिंग वाले AC (3-स्टार या 5-स्टार) चुनने से भी बिजली की बचत होती है। लखनऊ के कई निवासियों ने बताया कि इन उपायों को अपनाने से उनके बिजली बिल में कमी आई है। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि टाइमर और 24 डिग्री सेटिंग का उपयोग करने से उनका मासिक बिजली बिल 1500-2000 रुपये कम हुआ। यह खबर लखनऊ के उन सभी परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है जो गर्मी में आराम चाहते हैं, लेकिन बिजली बिल के बोझ से बचना चाहते हैं।



