लखनऊ, 15 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण के लिए योगी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के बावजूद महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। मंगलवार को बिजनौर के नूरपुर थाना क्षेत्र के ताहरपुर गुनियाखेड़ी गांव में तीन युवकों ने एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पीड़िता की रिश्तेदार ने शोर मचाकर उसे बचाया, जिसके बाद ग्रामीणों ने तीनों आरोपियों—राहुल (22), सचिन (24) और दीपक (23)—को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। दूसरी ओर, जालौन के नदीगांव थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के आरोपी रमेश (28) को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम था। मामला धारा 64/351(2) बीएनएस और पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज है। क्षेत्राधिकारी कोंच ने बताया कि आरोपी छह महीने से फरार था और उसे लखनऊ के बाहरी इलाके से पकड़ा गया। इन घटनाओं ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गैंगरेप, छेड़छाड़ और हत्याओं की बढ़ती घटनाएं कानून-व्यवस्था की विफलता दर्शाती हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि ऐसी घटनाएं नहीं रुकीं, तो महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। पुलिस ने दोनों मामलों में तेजी से कार्रवाई का दावा किया, लेकिन जनता में असंतोष बरकरार है।