लखनऊ, 30 जून। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, अयोध्या, और 13 अन्य शहरों में 30 जून 2025 को मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया।
जानकारी के अनुसार, मानसून की सक्रियता के कारण लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर, झाँसी, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, और मथुरा में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक उत्तर-पश्चिम, मध्य, और पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
लखनऊ में बारिश ने विकराल रूप ले लिया, जिसके कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। हजरतगंज, गोमती नगर, चारबाग, और पुराने लखनऊ के क्षेत्रों जैसे चौक, पीर बुखारा, डालीगंज छत्ता, और मंसूर नगर में सड़कों पर पानी भर गया। विशेष रूप से, पुराने लखनऊ के मंसूर नगर क्षेत्र में एक पुराना घर भारी बारिश के कारण ढह गया।
सौभाग्य से, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन घर के मलबे ने आसपास के क्षेत्र में काफी नुकसान पहुँचाया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस तरह की घटनाएँ शहर के पुराने हिस्सों में बारिश के मौसम में आम हो गई हैं, क्योंकि कई इमारतें जर्जर हालत में हैं।
लखनऊ में बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएँ भी सामने आईं। गोमती नगर और हजरतगंज में पेड़ों के गिरने से सड़कें अवरुद्ध हो गईं, और कई स्थानों पर बिजली के तार टूटने से आपूर्ति बाधित हुई। कुछ क्षेत्रों में कारों और दुकानों पर पेड़ गिरने से माली नुकसान की खबरें आईं, हालाँकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली। नगर निगम और पुलिस ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू किए, और जल निकासी के लिए पंपों का उपयोग किया गया।
अयोध्या में भी बारिश का कहर देखने को मिला। राम मंदिर परिसर के आसपास जलभराव की स्थिति बनी, लेकिन प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए। अयोध्या में देर रात हुई झमाझम बारिश ने मौसम को सुहाना कर दिया, लेकिन निचले इलाकों में पानी भरने से स्थानीय लोगों को परेशानी हुई। मौसम विभाग ने अयोध्या, लखनऊ, और अन्य प्रभावित शहरों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और आकाशीय बिजली की चेतावनी जारी की है।
सहारनपुर में बारिश के कारण 22 से अधिक दीवारें ढह गईं, और एसपी ऑफिस में पानी घुस गया, जिससे प्रशासनिक कार्य प्रभावित हुए। मेरठ, गाजियाबाद, और नोएडा में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है, और लोगों से सावधानी बरतने को कहा गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। बिजली और जल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए टीमें तैनात की गई हैं। यह बारिश कृषि क्षेत्र के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन शहरी जल निकासी व्यवस्था की कमियों ने प्रशासन के सामने चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं।