लखनऊ, 11 अगस्त। अंजुमन शहीदने करबला ने अपनी शबेदारी के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों और मीडिया कर्मियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में उर्दू समाचार पत्र के संपादक अमान अब्बास,हिंदी समाचार पत्र “राष्ट्रीय सहारा” के संवाददाता ज़ीशान और छायाकार हबीब समेत कई मीडिया प्रतिनिधियों को एज़ाज़ी तोहफे प्रदान किए गए। इसके अलावा ग्राफ एजेंसी सहित कई यूट्यूबर्स को भी उनकी अनुपस्थिति और उपस्थित में सम्मानजनक शब्दों के साथ याद किया गया और उनके योगदान की सराहना की गई।सफीर ए अजा 110 यूट्यूब चैनल से अम्मार साहब,अब्बास एजेंसी लखनऊ से मोहम्मद अबुतालिब, मरकज़ ए अज़ादारी से मोजिज मेहदी, हक़ ए हुसैन से अयान साहब, हुसैनी अजादार 110 से सादिक हुसैन, अलमदार 110 से मोहम्मद यूसुफ, अज़ादारी से अब्बास, सैल्यूट 72 से हैदर अली, अज़ादार ए हुसैन से मीसम साहब और 10 हैदरी ऑफिशियल को भी सम्मानित किया गया।जबकि एम एच फोटोग्राफी से हमीदुल हसन, ड्रीम कर्बला से मोहिब और समीर को खतीजा चैनल से फरमान, अल ग़दीर चैनल से आरिफ, लखनऊ आज़ादारी से मेंहदी हसन और ग़में अज़ा ज़हूर लाइव आज़ादारी से बक़ी साहब को भी अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान समारोह अंजुमन की ओर से आयोजित पांच दिवसीय शबेदारी कार्यक्रम का हिस्सा था, जो इस्लामी महीने सफर की 4 तारीख से शुरू होकर 8 तारीख तक चला। इस विशेष आयोजन के माध्यम से अंजुमन ने अपनी आधी सदी की यात्रा को यादगार बनाया। कार्यक्रम की पहली रात में मुसलमा का आयोजन हुआ, जहां शायरों ने अपनी रचनाओं से माहौल को भावपूर्ण बनाया। दूसरी, तीसरी और चौथी रातों में तरही शबेदारी का दौर चला, जिसमें विभिन्न शायरों ने अपनी कविताओं और नज्मों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
पांचवीं और अंतिम रात अलविदाई मजलिस के साथ शुरू हुई, जिसमें पूरी रात सलाम और नौहों का पाठ किया गया। सुबह की नमाज के बाद अंजुमन शहीदने करबला का अलम-ए-मुबारक निकाला गया, जो दरगाह हजरत अब्बास पर जाकर समाप्त हुआ।इस पूरे कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शायरों, मौलानाओं और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जिससे आयोजन की गरिमा और बढ़ गई। कुल 20 अंजुमनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि मुसलमा सत्र में 20 शायरों ने अपनी कलम से योगदान दिया। कार्यक्रम की निजामत की जिम्मेदारी डॉ. नय्यर जलालपुरी और नय्यर मजीदी ने संभाली, जिन्होंने सुचारू रूप से सभी सत्रों का संचालन किया। कन्वेनर के रूप में एजाज जैदी और हैदर रजा लखनवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंत में, अंजुमन के जनरल सेक्रेटरी फिरोज अली ने सभी प्रतिभागियों, शायरों, मौलानाओं और मीडिया कर्मियों का हार्दिक शुक्रिया अदा किया, साथ ही इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान देने वाले हर व्यक्ति की सराहना की। यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का था, बल्कि मीडिया की भूमिका को भी प्रमुखता से रेखांकित करता रहा।