लखनऊ, 7 जुलाई । लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में आज दोपहर 1:00 बजे उस समय हंगामा मच गया, जब स्नातक पाठ्यक्रमों, बीए, बीएससी, और बीकॉम, में 20% फीस वृद्धि के विरोध में लगभग 150 छात्रों ने प्रशासनिक भवन के बाहर प्रदर्शन शुरू किया। छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर आलोक राय के कार्यालय के बाहर धरना दिया और “फीस वृद्धि वापस लो” के नारे लगाए। प्रदर्शन का नेतृत्व छात्रसंघ अध्यक्ष अमित सिंह, बीएससी तृतीय वर्ष, और सचिव रीना यादव ने किया। अन्य प्रमुख प्रदर्शनकारी छात्रों में राहुल वर्मा, बीकॉम, प्रिया तिवारी, बीएससी, और अंकित यादव, बीए शामिल थे। छात्रों का आरोप था कि फीस वृद्धि से गरीब और मध्यम वर्ग के 5,000 से अधिक छात्र प्रभावित होंगे, और कई पढ़ाई छोड़ सकते हैं। इस हंगामे से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बन गया। हसनगंज थाने से इंस्पेक्टर राकेश मिश्रा के नेतृत्व में 20 पुलिसकर्मी तैनात किए गए ताकि कोई हिंसक घटना न हो। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, और विश्वविद्यालय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रदर्शन हिंसक हुआ, तो हसनगंज थाने में शिकायत दर्ज की जाएगी। कुलपति प्रोफेसर आलोक राय और रजिस्ट्रार संजय मिश्रा ने छात्रों से बातचीत की पेशकश की, लेकिन छात्रों ने इसे ठुकरा दिया। इस घटना ने परिसर में तनाव पैदा किया, लेकिन पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में रही। छात्रों ने प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, और स्थानीय लोग व अभिभावक इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं।