लखनऊ, 20 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में जनेऊ धारण करने के विवाद ने एक बार फिर जातिगत तनाव को जन्म दे दिया है। महराजगंज क्षेत्र में एक धार्मिक जुलूस के दौरान यादव समुदाय के कुछ युवकों के गले में जनेऊ देख ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने हंगामा मचा दिया। घटना इतनी हिंसक हो गई कि झड़पों में 87 लोग घायल हो गए, जबकि एक लड़की को कथित तौर पर निर्वस्त्र करने की कोशिश की गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया है, लेकिन स्थानीय स्तर पर तनाव बरकरार है।
यह घटना 19 अक्टूबर की शाम को हुई, जब यादव समुदाय द्वारा आयोजित एक सामाजिक जुलूस में युवक जनेऊ पहने हुए थे। ब्राह्मण संगठनों का दावा है कि यह उनकी परंपरा का अपमान था, जबकि यादव पक्ष ने इसे साजिश करार दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हंगामा तेज होने पर पथराव और धक्कमुक्की हुई। एक युवती को भीड़ ने घेर लिया और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की, जिससे वह घायल हो गई। पुलिस ने 87 घायलों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन मौत की कोई खबर नहीं है। एसएसपी ने बताया कि 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
राजनीतिक दलों ने मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। सपा ने इसे “जातिवादी षड्यंत्र” बताया, जबकि भाजपा ने “शांति भंग करने वालों” पर कार्रवाई का वादा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि एसआईटी जांच करे।
बहराइच हिंसा का यह मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है, जहां बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी गई है। दीपावली से पहले स्थानीय व्यापार इस घटना से प्रभावित हुआ है।



