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मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (S.I.R.) में BLO की मनमानी, सैकड़ों लोग वोटर लिस्ट से वंचित होने की कगार पर
ज़की भारतीय
पार्षद लईक आगा ने दिखाई अनूठी मिसाल
लखनऊ, 21 नवंबर । उत्तर प्रदेश में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – S.I.R.) अभियान के तहत 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के आधार पर नई वोटर लिस्ट तैयार की जा रही है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी पात्र नागरिक वोटर लिस्ट से वंचित न रहे, लेकिन लखनऊ के कई पुराने इलाकों में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की अज्ञानता और मनमानी के कारण सैकड़ों लोग अपने मताधिकार से महरूम होने के कगार पर हैं। यह अभियान 4 नवंबर 2025 से शुरू होकर 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, लेकिन BLO की गलतियां इसे बाधित कर रही हैं।
S.I.R. अभियान का मुख्य उद्देश्य वोटर लिस्ट को साफ-सुथरा, अद्यतन और पारदर्शी बनाना है। इसके तहत BLO को निर्देशित किया गया है,वो हर एक मतदाता के घर जाकर फॉर्म बाटे लेकिन बहुत कम संख्या में बीएलओ मतदाता के घर जाकर गणना फॉर्म (Enumeration Form) भरवा रहे हैं,अधिकतर बीएलओ अपने सहायकों को मोहल्ले वालों द्वारा लगवाए जा रहे कैंपों पर बैठालकर खुद मस्ती करते हुए नज़र आ रहे हैं।
गणना फॉर्म में मतदाता की जानकारी दर्ज की जाती है। एक प्रति BLO रखते हैं और एक प्रति मतदाता को रसीद के रूप में दी जाती है। लेकिन लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला, टापे वाली गली, सआदतगंज, विक्टोरिया स्ट्रीट, नख्खास, चौपटिया, मौलवीगंज और आसपास के वार्डों में कई BLO मतदाताओं को फॉर्म भरने से ही रोक रहे हैं। उनकी दलील है, “2003 की वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो फॉर्म नहीं भरा जाएगा।” यह चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन है।
हमारे संवाददाता ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां दर्जनों मतदाताओं ने अपनी परेशानियां साझा कीं। एक बुजुर्ग निवासी, श्रीमती फातिमा खान (नाम परिवर्तित), ने बताया, “हमारा परिवार 2010 में दिल्ली से लखनऊ आया था। 2003 की लिस्ट में नाम तो होगा ही नहीं, लेकिन BLO साहब कहते हैं कि बिना पुरानी लिस्ट के फॉर्म नहीं। हमारा बेटा 22 साल का हो गया, वह भी वोट नहीं डाल पाएगा।” इसी तरह, टापे वाली गली के युवा मोहम्मद अली ने कहा, “BLO ने साफ मना कर दिया। हमारे पास रिकॉर्डिंग है, जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘पुरानी लिस्ट चेक होगी, वरना नाम नहीं जुड़ेगा।’ सोशल मीडिया पर तो चुनाव आयोग कह रहा है कि कोई भी 18+ भारतीय नागरिक फॉर्म भर सकता है।”
इन शिकायतों की पुष्टि हमारे पास मौजूद ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग से होती है। एक BLO कश्मीरी मोहल्ले में कहते सुनाई देते हैं, “2003 वाली लिस्ट में नाम न हो तो फॉर्म जमा नहीं करूंगा। ऊपर से आदेश है।” लेकिन चुनाव आयोग के स्पष्ट आदेश हैं कि S.I.R. के तहत नई लिस्ट शून्य से तैयार की जा रही है। 2003 की लिस्ट का कोई बंधन नहीं। यह मनमानी लोकतंत्र के लिए खतरा है, क्योंकि इससे नए वोटर, प्रवासी परिवार और युवा वर्ग प्रभावित हो रहे हैं।
चुनाव आयोग के स्पष्ट दिशा-निर्देश S.I.R. के लिए
चुनाव आयोग ने S.I.R. 2.0 अभियान के लिए विस्तृत गाइडलाइंस जारी की हैं। इनके अनुसार कोई भी 18 वर्ष से अधिक आयु का भारतीय नागरिक जिसका नाम अभी तक किसी वोटर लिस्ट में न हो, वह गणना फॉर्म भरकर नया नाम जुड़वा सकता है। 2003 की लिस्ट अनिवार्य नहीं।
यदि नाम दो-तीन जगह दर्ज है, तो डुप्लिकेट हटाने के लिए फॉर्म-7 भरा जा सकता है।
मृत व्यक्तियों का नाम हटाने के लिए फॉर्म-7, और नाम/पता/फोटो में सुधार के लिए फॉर्म-8।
परिवार के किसी सदस्य का नाम लिस्ट में हो तो नए सदस्य का फॉर्म उसकी डिटेल्स से जोड़कर भरा जा सकता है।
S.I.R. का लक्ष्य
मृत वोटरों को हटाना, डुप्लिकेट नाम साफ करना, पता अपडेट करना और नए पात्र मतदाताओं को शामिल करना।
फिर भी, कई BLO अपनी अज्ञानता या गलत व्याख्या के कारण फॉर्म लेने से इंकार कर रहे हैं। इससे लखनऊ के दर्जनों बूथों पर सैकड़ों फॉर्म अटक गए हैं। सोशल मीडिया पर #SIR2025 और #VoterListUP जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग BLO की गलतियां शेयर कर रहे हैं। एक ट्वीट में लिखा है, “लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ले में BLO ने 20 परिवारों को फॉर्म से वंचित कर दिया। ECI कब कार्रवाई करेगा?
कश्मीरी मोहल्ला वार्ड के पार्षद लईक आगा ने पेश की अनूठी मिसाल
S.I.R. अभियान में जहां कई BLO विफल हो रहे हैं, वहीं कश्मीरी मोहल्ला वार्ड के पार्षद लईक आगा ने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। पार्षद ने अपने व्यक्तिगत खर्च पर 40-50 युवकों और युवतियों की एक स्वयंसेवी टीम गठित की। पिछले 15 दिनों से वे घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रहे हैं, BLO की कमियों को पूरा कर रहे हैं। पार्षद लईक आगा की टीम ने अब तक 4,500 से अधिक गणना फॉर्म (नए नामों के लिए) भरे और जमा किए।
1,000 से ज्यादा फॉर्म-8 (सुधार और डुप्लिकेट हटाने के लिए) पूरे किए। हर मतदाता को फॉर्म की रसीद दी और BLO को एक प्रति सौंपी।
सोशल मीडिया पर दैनिक अपडेट
व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक लाइव और इंस्टाग्राम रील्स के जरिए बताया कि फॉर्म कहां जमा होंगे, कौन-कौन से दस्तावेज लगेंगे।
विशेष अभियान के तहत महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अलग से कैंप लगाए, जहां 200 से ज्यादा महिलाओं ने फॉर्म भरे।
पार्षद आगा खुद सुबह 7 बजे से शाम 9 बजे तक सड़कों पर डटे रहते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “BLO अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ जगह कन्फ्यूजन है। हमारी टीम ने 2003 वाली लिस्ट की धारणा को तोड़ा। चुनाव आयोग के ऐप NVSP (National Voters’ Service Portal) का इस्तेमाल कर ऑनलाइन भी फॉर्म अपलोड किए।” उनके प्रयास से कश्मीरी मोहल्ला वार्ड में S.I.R. के तहत सबसे ज्यादा फॉर्म जमा हुए हैं – पूरे लखनऊ में टॉप 5 में शामिल। सोशल मीडिया पर उनके वीडियो वायरल हैं, जिनमें वे कहते हैं, “वोट आपका अधिकार है, इसे कोई न छीन सके।”
पार्षद आगा की यह पहल न केवल स्थानीय है, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए मॉडल बन सकती है। भाजपा और अन्य पार्टियों ने भी BLA-1 और BLA-2 एजेंट तैनात किए हैं, लेकिन आगा की ग्रासरूट अप्रोच ने असली बदलाव लाया। उनके वार्ड में युवाओं ने बताया, “पहले डर था कि नाम न जुड़े, लेकिन आगा भाई की टीम ने सब सुलझा दिया।”
S.I.R. के लिए जरूरी फॉर्म और दस्तावेज
S.I.R. में मुख्य रूप से गणना फॉर्म (Enumeration Form) भरा जाता है, जो BLO घर लाकर देते हैं। लेकिन ऑनलाइन भी उपलब्ध है।
गणना फॉर्म → बेसिक जानकारी दर्ज करने के लिए (नया नाम जोड़ना सहित)
जरूरी दस्तावेज (गणना स्टेज पर वैकल्पिक, लेकिन वेरिफिकेशन के लिए):
पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पासपोर्ट, 10वीं/12वीं मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र, PAN कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस।
पता प्रमाण: आधार, राशन कार्ड, बिजली/पानी बिल (3 माह पुराना), बैंक पासबुक, किराया समझौता, गैस कनेक्शन।
पासपोर्ट साइज फोटो (1)।
मोबाइल नंबर (OTP वेरिफिकेशन के लिए)। हालांकि आधार पहचान के लिए इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन नागरिकता प्रमाण के रूप में नहीं। केवल भारतीय नागरिक ही पात्र।
फॉर्म-6 → नया नाम जुड़वाना (यदि गणना फॉर्म के बाद जरूरी हो)।
ऊपर वाले दस्तावेज ही।
फॉर्म-7 → नाम हटवाना (मृतक, डुप्लिकेट, स्थानांतरित)।
→ मृतक के लिए मौत प्रमाण पत्र लगाएं।
फॉर्म-8 → नाम/पता/फोटो में सुधार।
सभी फॉर्म निःशुल्क। ऑनलाइन भरें: voters.eci.gov.in या NVSP ऐप।
S.I.R. 2025 की महत्वपूर्ण तिथियां (उत्तर प्रदेश)
गणना फॉर्म वितरण और जमा: 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक।
ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशन: 9 दिसंबर 2025।
दावे-आपत्तियां दाखिल: 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक।
नोटिस जारी और निपटारा: 9 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026।
अंतिम वोटर लिस्ट प्रकाशन: 7 फरवरी 2026।
उत्तर प्रदेश में कुल 15.44 करोड़ मतदाता हैं, जिनकी लिस्ट S.I.R. से साफ होगी।
शिकायत कहां और कैसे करें?
यदि BLO मनमानी कर रहे हैं, तो तुरंत शिकायत करें। रिकॉर्डिंग/वीडियो संलग्न करें:
हेल्पलाइन नंबर: 1950 (टोल-फ्री)।
CEO उत्तर प्रदेश हेल्पलाइन: 1800-180-1950।
व्हाट्सएप: 6392-311-178।
ईमेल: ceouttarpradesh@eci.gov.in।
ऑनलाइन पोर्टल: pgportal.gov.in या voters.eci.gov.in (शिकायत सेक्शन)।
जिला निर्वाचन कार्यालय, लखन…
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